वीडियो डेस्क। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। इस तिथि को पितरों की तिथि माना जाता है। इस दिन पिंडदान, तर्पण आदि का विशेष महत्व है। इस बार 22 और 23 अप्रैल को वैशाख मास की अमावस्या है। इन दोनों
वीडियो डेस्क। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। इस तिथि को पितरों की तिथि माना जाता है। इस दिन पिंडदान, तर्पण आदि का विशेष महत्व है। इस बार 22 और 23 अप्रैल को वैशाख मास की अमावस्या है। इन दोनों ही दिन पवित्र नदी में स्नान, दान और उपाय किए जा सकते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, अमावस्या पर कुछ आसान उपाय करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ये उपाय इस प्रकार हैं-
1. अमावस्या पर शनिदेव को तेल चढ़ाएं। तेल में थोड़ी काली उड़द और काले तिल भी मिला लें। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
2. सूखा नारियल आधा काटकर उसमें शक्कर भर दें और किसी सुनसान जगह पर जमीन में गाढ़ दें। ये चींटियों का भोजन है। इस उपाय से राहु के दोष कम होते हैं।
3. अमावस्या पर किसी भैरव मंदिर में जाकर दही बड़े का भोग लगाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इससे केतु के दोष कम होते हैं।
4. अमावस्या पर शनिदेव के मंत्रों का जाप करने से भी शनि दोष का अशुभ प्रभाव कम होता है।
5. कोई व्यक्ति लंबे समय से बीमार हो तो अमावस्या की रात को उसके तकिए के नीचे 1 सिक्का रखें। बाद में वह सिक्का श्मशान में फेंक दें।
6. धन लाभ चाहते हैं अमावस्या तिथि पर मछलियों के लिए आटे की गोलियां बनाकर तालाब में डालना चाहिए।
7. अमावस्या पर कांटेदार पौधे में पानी डालने से राहु और केतु दोनों के ही दोष दूर होते हैं।