कानपुर हिंसा के एक सप्ताह बाद 10 जून को जुम्मे की नमाज के बाद एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। इस बीच अधिकारी ऑल इज वेल की बात कहते हुए नजर आए।
कानपुर हिंसा के ठीक एक सप्ताह के बाद जुम्मे की नमाज के दिन यूपी के कई जनपदों से फिर से प्रदर्शन की तस्वीर सामने आई। खुफिया विभाग की ओर से जारी इनपुट और कई जनपदों में धारा 144 लगे होने के बाद सहारनपुर, प्रयागराज और मुरादाबाद से चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आईं। सहारनपुर में जैसे ही नमाज खत्म हुई तो भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। इस बीच प्रयागराज में भी प्रदर्शन के साथ पथराव की भी खबरें निकलकर सामनें आई।
मुरादाबाद से भी लोगों की नाराजगी साफतौर पर निकलकर सामने आई हालांकि अधिकारी इस बीच ऑल इज वेल की बात कहते रहें। हद तो तब हो गई जब सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो सामने आने के बाद भी प्रदर्शन से इंकार किया जाता रहा। जनपदों के अलावा यूपी स्तर पर मौजूद कानून और व्यवस्था के जिम्मेदार भी इस दौरान किसी भी प्रदर्शन और घटना से इंकार करते रहें। जाहिरतौर पर वह इन घटनाओं को स्वीकारते भी कैसे क्योकि खुफिया इनपुट के बावजूद कई दिनों पहले से चल रही तैयारियों के बाद अपनी नाकामियों को छुपाया भी कैसे जाता। प्रदेश से इस तरह की तस्वीरें सामने आने के बाद भी अधिकारी लगातार कहते रहे किं सभी को समझाकर वापस घर भेज दिया गया है। जबकि प्रयागराज से लाठीचार्ज की भी घटना सामने आई।