सबको नमस्कार, हमारा नाम है इंटरनेशनल खबरी। आज हम सब मिलकर समेटेंगे पाकिस्तान और चीन का रायता। पाकिस्तान के 'दोस्त' चीन ने उनके वहां मेट्रो लाइन बनवाने में मदद करवाया है। लेकिन अब कांटा यहां अटक गया है कि जो चीनी लोगों का रखा गया है वहां नौकरी के लिए उन्हें वहां मौजूद पाकिस्तानियों से बहुत ही ज्यादा तनख्वाह मिल रही है। सिर्फ यही नहीं, चीन ने इससे पहले पाकिस्तान को खराब कोरोना मास्क और खराब हथियार भी बेचे हैं। अब ये समझ के बाहर है कि इसके बावजूद पाकिस्तान चीन पर क्यों इतना भरोसा करता है।
सबको नमस्कार, हमारा नाम है इंटरनेशनल खबरी। आज हम सब मिलकर समेटेंगे पाकिस्तान और चीन का रायता। पाकिस्तान के 'दोस्त' चीन ने उनके वहां मेट्रो लाइन बनवाने में मदद करवाया है। लेकिन अब कांटा यहां अटक गया है कि जो चीनी लोगों का रखा गया है वहां नौकरी के लिए उन्हें वहां मौजूद पाकिस्तानियों से बहुत ही ज्यादा तनख्वाह मिल रही है। सिर्फ यही नहीं, चीन ने इससे पहले पाकिस्तान को खराब कोरोना मास्क और खराब हथियार भी बेचे हैं। अब ये समझ के बाहर है कि इसके बावजूद पाकिस्तान चीन पर क्यों इतना भरोसा करता है।