ऑनलाइन दुनिया में अब वर्चुअल इंसान भी मिलने लगे हैं। चेहरा पहचानने की तकनीकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक से कंपनियां अब हजार डॉलर में चेहरे बनाकर बेच रही हैं। यह चेहरे किसी वास्तविक व्यक्ति के नहीं हैं लेकिन तस्वीरें सामान्य व्यक्ति जैसी हैं ऐसा चेहरा जो दुनिया में कहीं और नहीं। इन चेहरों को जेनरेटेड फोटोज और दिसपर्सनडजनॉटएग्जिस्ट डॉट कॉम जैसी कंपनियां वीडियो गेम निर्माताओं से लेकर वेबसाइट को मुहैया करवा रही हैं। कंपनियां इन्हें 3 डॉलर से 2000 डॉलर यानी ढाई सौ से लेकर 75000 रुपए में हजार चेहरे तक की दर पर बेच रही हैं।
ऑनलाइन दुनिया में अब वर्चुअल इंसान भी मिलने लगे हैं। चेहरा पहचानने की तकनीकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक से कंपनियां अब हजार डॉलर में चेहरे बनाकर बेच रही हैं। यह चेहरे किसी वास्तविक व्यक्ति के नहीं हैं लेकिन तस्वीरें सामान्य व्यक्ति जैसी हैं ऐसा चेहरा जो दुनिया में कहीं और नहीं। इन चेहरों को जेनरेटेड फोटोज और दिसपर्सनडजनॉटएग्जिस्ट डॉट कॉम जैसी कंपनियां वीडियो गेम निर्माताओं से लेकर वेबसाइट को मुहैया करवा रही हैं। कंपनियां इन्हें 3 डॉलर से 2000 डॉलर यानी ढाई सौ से लेकर 75000 रुपए में हजार चेहरे तक की दर पर बेच रही हैं।