वीडियो डेस्क। होली का त्योहार हो और बाजारों में रौनक ना हो तो त्योहार की चमक फीकी हो जाती है। लाल हरे पीले रंगों से बाजार पटे हुए हैं तो वहीं मथुरा और वृंदावन में होली की छठा ही अलग है। कोई कृष्ण की भक्ति में लीन होकर होली खेल रहा तो कोई भोले की भक्ति में सराबोर होकर भस्म को रंग रहा तो वहीं गंगा को घाटों पर गीतों के जरिए राजनीति के चटकारे भी लिये जा रहे हैं।
वीडियो डेस्क। होली का त्योहार हो और बाजारों में रौनक ना हो तो त्योहार की चमक फीकी हो जाती है। लाल हरे पीले रंगों से बाजार पटे हुए हैं तो वहीं मथुरा और वृंदावन में होली की छठा ही अलग है। कोई कृष्ण की भक्ति में लीन होकर होली खेल रहा तो कोई भोले की भक्ति में सराबोर होकर भस्म को रंग रहा तो वहीं गंगा को घाटों पर गीतों के जरिए राजनीति के चटकारे भी लिये जा रहे हैं। ये भारत है विभिन्नताओं से भरे इस देश में एक ही त्योहार को मनाने के तरीके अलग हैं और अलग अलग रिवाज हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया भर में होली कैसे खेली जाती है। आइये आपको बताते हैं।