टिकटॉक को शायद अब इस बात का आभास हो रहा है कि उसे एक चीनी कंपनी होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। भारत में इतना लोकप्रिय होने के बाद भी सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए उसके साथ साथ कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया। ऐसे में अब टिकटॉक चाहता है कि उसकी चीनी ऐप होने की छवि लोग भूल जाएं और इसके लिए उसने कोशिशें भी शुरू कर दी हैं। Tiktok पिछले कुछ वक्त से लंदन शहर को अपना हेडक्वॉर्टर बनाना चाहता है। इसे लेकर कंपनी की ब्रिटेन सरकार से बातचीत भी चल रही है। Tiktok ने नए ठिकाने के तौर पर वैश्विक स्तर पर कई लोकेशन खोजी हैं।
टिकटॉक को शायद अब इस बात का आभास हो रहा है कि उसे एक चीनी कंपनी होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। भारत में इतना लोकप्रिय होने के बाद भी सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए उसके साथ साथ कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया। ऐसे में अब टिकटॉक चाहता है कि उसकी चीनी ऐप होने की छवि लोग भूल जाएं और इसके लिए उसने कोशिशें भी शुरू कर दी हैं। Tiktok पिछले कुछ वक्त से लंदन शहर को अपना हेडक्वॉर्टर बनाना चाहता है। इसे लेकर कंपनी की ब्रिटेन सरकार से बातचीत भी चल रही है। Tiktok ने नए ठिकाने के तौर पर वैश्विक स्तर पर कई लोकेशन खोजी हैं।