संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने उम्मीद से भी बड़े सपनों को साकार करने के लिए एक लंबी छलांग लगाई है। ये छलांग है मंगल ग्रह की। इससे भी बड़ी बात ये है कि यूएई के इस मिशन मंगल के पीछे कोई पुरुष नहीं बल्कि एक महिला है। इस महिला का नाम है साराह अल अमीरी। साराह पर आज न केवल यूएई की उम्मीदें लगी हैं बल्कि पूरे अरब जगत की भी उससे काफी उम्मीद है। ऐसा इसलिए क्योंकि अरब जगत में यूएई पहला ऐसा देश बन गया है जिसने मार्स के रहस्यों की खोजबीन के लिए सेटेलाइट बनाया और भेजा है।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने उम्मीद से भी बड़े सपनों को साकार करने के लिए एक लंबी छलांग लगाई है। ये छलांग है मंगल ग्रह की। इससे भी बड़ी बात ये है कि यूएई के इस मिशन मंगल के पीछे कोई पुरुष नहीं बल्कि एक महिला है। इस महिला का नाम है साराह अल अमीरी। साराह पर आज न केवल यूएई की उम्मीदें लगी हैं बल्कि पूरे अरब जगत की भी उससे काफी उम्मीद है। ऐसा इसलिए क्योंकि अरब जगत में यूएई पहला ऐसा देश बन गया है जिसने मार्स के रहस्यों की खोजबीन के लिए सेटेलाइट बनाया और भेजा है।