27 साल से आम के पेड़ पर लटकी है अस्थियां

सच्चा प्यार कभी खत्म नहीं होता। बिहार के पूर्णिया में रहने वाले 87 साल के भोलानाथ अलोक अपनी पत्नी से इतना प्यार करते हैं कि उसकी मौत के 27 साल बाद भी उसकी अस्थियों को अपने सीने से चिपका कर रखा है।  

Asianet News Hindi | Published : Sep 15, 2019 7:24 AM IST / Updated: Sep 15 2019, 03:24 PM IST

बिहार: प्यार करने वाले कभी जुदा नहीं होते। मौत भी उन्हें अलग नहीं कर सकती। ऐसे कई लव स्टोरीज सामने आते हैं जहां पार्टनर की मौत के बाद लोग उनकी याद में कुछ खास कर गुजरते हैं। प्यार की यही खासियत उसे अमर कर देती है। 

बिहार के पूर्णिया जिले के रुपौली गांव में रहने वाले भोलानाथ अलोक अपनी पत्नी पद्मा से काफी प्यार करते हैं। दोनों की शादी काफी कम उम्र में ही कर दी गई थी। इसके बाद दोनों ने अपनी जिंदगी के सारे दुख और सुख साथ बांटे। दोनों एक-दूसरे के बिना जी नहीं सकते थे। लेकिन 27 साल पहले अचनाक पद्मा की तबियत खराब हो गई। उसकी हालत धीरे-धीरे ख़राब होने लगी। भोलेनाथ ने उसका इलाज कई डॉक्टर्स के पास करवाया लेकिन पद्मा की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। 

Latest Videos

इसके बाद पद्मा की बीमारी के कारण मौत हो गई। लेकिन भोलेनाथ ने अपनी बीवी की अस्थियों को विसर्जित करने से इंकार कर दिया। भोलेनाथ ने पद्मा की अस्थियों को मेटल के जार में रखा है। उसे कपड़े से बांधकर एक प्लास्टिक की थैली में डालकर भोलानाथ ने अपने घर के बगीचे में लगे आम के पेड़ में टांग दिया है। उसके ठीक नीचे तुलसी का पौधा है। 

भोलानाथ के मुताबिक, पद्मा आज भी उनके साथ ही है। आज भी जब वो परेशान होते हैं, तो पेड़ के नीचे खड़े होकर वो पद्मा की अस्थियों से बातचीत करते हैं। उनकी आखिरी ख्वाहिश है कि मौत के बाद पद्मा की अस्थियां उनके सीने पर रखकर उन्हें दफना दिया जाए। उनका कहना है कि भले ही दोनों साथ जी नहीं पाए लेकिन मरने के बाद दोनों साथ ही रहेंगे। 

Share this article
click me!

Latest Videos

Navratri 2024 : ये हैं मां दुर्गा के 108 नाम, नवरात्रि में 9 दिन करें इनका जाप
सिर्फ 2 किताबें और... 12वीं पास लड़के ने छाप डाले 22000 Cr. । Dinesh Thakkar
Pitra Paksha में महिलाओं को नहीं करने चाहिए 6 काम
कौन है संजय शिदें? बदलापुर कांड के आरोपी को दी मौत, दाऊद के भाई को किया था अरेस्ट । Badlapur
गैस से क्रेडिट कार्ड तक...1 अक्टूबर से बदल जाएंगे 5 नियम । 1 October New Rule