ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली एक महिला को प्रेग्नेंसी के आखिरी स्टेज पर अचानक सिर में दर्द हुआ, जिसके बाद उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। लेकिन डॉक्टर्स की लाख कोशिशों के बावजूद उसे होश नहीं आया। ऐसी हालत में डॉक्टर्स के पास बच्चे को बचाने का मात्र एक ही तरीका बाकी था।
ऑस्ट्रेलिया: मेडिकल साइंस काफी एडवांस हो चुकी है। पहले प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादातर महिलाओं की जान को खतरा हो जाता था। लेकिन अब डॉक्टर्स मेडिकल साइंस की तरक्की के कारण कई जाने बचा लेते हैं। ऐसा ही एक मामला यहां हेरस्टोन स्थित रॉयल ब्रिस्बेन एंड वीमेंस हॉस्पिटल से सामने आया। जिसने लोगों को हैरान कर दिया।
25 साल की कैटलिन स्टब्स 32 हफ्ते की प्रेग्नेंट थी। कैटलिन और उसके हसबैंड आने वाले बच्चे को लेकर कई प्लान्स बना रहे थे। लेकिन तभी कैटलिन के साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसके बारे में दोनों ने नहीं सोचा था। दरअसल, कैटलिन के दिमाग में खून के थक्के जम गए, जिसके कारण हुए कई तरह के इन्फेक्शन्स ने उसे कोमा में पहुंचा दिया।
कैटलिन के कोमा में होने की वजह से उसके पेट में पल रहे बच्चे को बचाना बड़ी चुनौती बन गया था। डॉक्टर्स ने कैटलिन को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। ऐसे में डॉक्टर्स ने सिजेरियन के जरिये बच्चे की डिलीवरी का फैसला किया। हालांकि, इस दौरान कैटलिन की मौत होने के चान्सेस काफी ज्यादा थे। लेकिन डॉक्टर्स ने कड़ी मेहनत कर बच्चे और कैटलिन को बचा लिया।
दरअसल, प्रेग्नेंसी के आखिरी स्टेज में कैटलिन की तबियत खराब होने लगी थी। उसके दिमाग की नस में आई प्रॉब्लम के कारण पहले उसे चक्कर आ गया। और बाद में वो कोमा में चली गई। कैटलिन के मंगेतर ने इस बारे में सोशल मीडिया पर अपडेट किया, जिसके बाद लोग इस स्टोरी को शेयर कर रहे हैं।