इतना क्रूर था सद्दाम हुसैन

5 नवंबर को ही इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन को फांसी की सजा सुनाई गई थी। इस तानाशाह की जिंदगी काफी विवादित रही है। कुछ लोग जहां उन्हें भगवान समझकर पूजते हैं, तो कुछ लोगों के लिए वो हैवान भी थे। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 5, 2019 7:37 AM IST / Updated: Nov 05 2019, 03:45 PM IST

ईराक: किसी भी सिक्के के दो पहलू होते हैं। इराकी तानशाह सद्दाम हुसैन भी इससे अछूते नहीं थे। कुछ लोग उनकी तारीफ के पुल आज भी बांधते हैं तो कुछ लोगों के लिए उससे ज्यादा क्रूर कोई नहीं था। सद्दाम हुसैन की प्रेमिका शकरा के लिए वो एक हैवान थे। शकरा ने अपनी किताब में सद्दाम की क्रूरता की कहानी लिखी है। 

30 साल तक सहा टॉर्चर 
शकरा और सद्दाम के बीच का रिश्ता कुल 30 सालों तक का था।  इस बीच शकरा ने कई बार भागने की भी कोशिश की लेकिन हर बार तानाशाह के कब्जे में आ जाती थी। उसने बताया था कि कैसे तानाशाह ने उसके पति को झूठे मुक़दमे में फंसाकर जेल में डाल दिया था।  

प्यार से नफरत का सफर 
शकरा की मुलाकात सद्दाम से 1968 में हुई थी। सद्दाम के भाई के घर में दोनों के बीच संबंध बने थे। वहां से आने के बाद शकरा सद्दाम को भूल गई लेकिन तानाशाह की नजर शकरा पर थी। जब शकरा ने इराकी बिजनेसमैन से शादी की, तो सद्दाम ने उसके पति को जेल भेज दिया और उसे अपने पास बुलवा लिया। इसके बाद शकरा को इस्लाम काबुल करवाया गया और पति से तलाक करवाकर सद्दाम का मन बहलाने के लिए रख लिया गया। बदले में उसे बंगला और पैसा भी दिया गया। लेकिन प्यार के साथ सद्दाम शकरा पर हाथ उठाते थे, जिसके कारण धीरे-धीरे उसके दिल में सद्दाम की छवि बिगड़ने लगी थी।  

सद्दाम के बेटे ने किया था बहन से रेप 
शकरा के दिल में सद्दाम के लिए नफरत तब भर गई थी जब उसके बेटे उदय ने शकरा की बेटी से दुष्कर्म किया था। शकरा विरोध नहीं कर पाई और मां-बेटी दोनों लगातार जुल्म सहती रही। लेकिन इसके बाद शकरा ने सद्दाम के विरोधियों से हाथ मिला लिया और उसके चंगुल से भाग निकली। 

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