18 हजार चाबियों से बना डाली पक्षी की मूर्ति, वजह जान कर रह जाएंगे हैरान

कलाकार हमेशा इस नई-नई चीजों को लेकर एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं। खास कर मूर्ति बनाने वाले लोग तरह-तरह की चीजों का इस्तेमाल कर मूर्तियां बनाते हैं। अमेरिका की एक थेरेपिस्ट ने चाबियों से एक पक्षी की मूर्ति बनाई है जो काफी चर्चा में है।

हटके डेस्क। कलाकार हमेशा नई-नई चीजों को लेकर एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं। खास कर मूर्ति बनाने वाले लोग तरह-तरह की चीजों का इस्तेमाल कर मूर्तियां बनाते हैं, लेकिन अमेरिका की एक थेरेपिस्ट ने चाबियों से एक पक्षी की मूर्ति बनाई है जो काफी चर्चा में है। अमेरिका के कैलिफोर्निया की रहने वाली 34 साल की थेरेपिस्ट जेसी मर्सर ने 18 हजार चाबियों का इस्तेमाल कर पक्षी की एक विशाल मूर्ति बनाई है। इस मूर्ति का वजन 362 किलो है। इसे बनाने में एक साल से भी ज्यादा का समय लगा। जेसी थेरेपिस्ट होने के साथ ही एक प्रोफेशनल मूर्तिकार भी हैं। 

कैसे मिली चाबियों से मूर्ति बनाने की प्रेरणा
जेसी को चाबियों से एक पक्षी की मूर्ति बनाने की प्रेरणा कैसे मिली, इसके बारे में वह बताती हैं कि पिछले साल नवंबर के महीने में ही कैलिफोर्निया के जंगलों में बड़ी भीषण आग लग गई थी। इस आग से करीब 1,53,000 एकड़ का क्षेत्र प्रभावित हुआ था। इससे बस्तियां भी जल गई थीं और बहुत से लोगों को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी थी। इसी आग में जेसी का घर और स्टूडियो भी जल कर राख हो गया। जेसी के पिता और घर के लोग कोई सामान तो नहीं साथ ले सके, लेकिन घर की चाबी उनके पास रह गई। यह चाबी देख कर ही जेसी के मन में पक्षी की मूर्ति बनाने का विचार आया। उन्हें भी एक पक्षी की तरह अपना ठिकाना बदलना पड़ा था। जेसी ने कहा कि पक्षी की मूर्ति बनाने का विचार इसलिए उनके मन में आया कि वे आशा के प्रतीक हैं। वे उड़ान भरते हैं।

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कैसे जुटाई इतनी चाबियां
जेसी ने बताया कि उसे लगा कि जैसे उसके पिता चाबी लेकर घर छोड़ कर निकले, उसी तरह दूसरे लोगों के पास भी चाबियां होंगी। इसके बाद उन्होंने आग से प्रभावित हो कर घर छोड़ने वाले लोगों से संपर्क करना शुरू किया और चाबियां इकट्ठी करने लगीं। लोगों ने उनके प्रोजेक्ट में रुचि दिखाई। जेसी ने हर तरह की चाबियां लेनी शुरू कर दी। उन्होंने घर के अलावा ऑफिसेस, स्कूल, चर्च और कारों की चाबियां भी लोगों से ली। इन चाबियों को इकट्ठा करने के लिए अलग-अलग 5 शहरों में 13 सेंटर बनाए गए। यहां आग से प्रभावित हो घर छोड़ने वाले लोग खुद चाबियां देकर जाते थे। जेसी ने इन चाबियों के लिए और आग से प्रभावित लोगों से मिलने के लिए करीब 30,000 किलोमीटर का सफर भी किया। चाबियों से बनाई गई पक्षी की इस मूर्ति को देखने के लिए काफी लोग आते हैं। जेसी कहना है कि इस मूर्ति से यह प्रेरणा मिलती है कि सब कुछ बर्बाद होने पर भी फिर से एक नई जिंदगी की शुरुआत की जा सकती है।      

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