कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जिन पर एक बार भरोसा नहीं होता। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में ऐसी ही एक घटना सामने आई है।
हटके डेस्क। कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जिन पर एक बार भरोसा नहीं होता। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में ऐसी ही एक घटना सामने आई है। यहां करीब 10-12 दिन पहले जन्मी एक बच्ची की जब डॉक्टरों ने जांच की तो उन्हें कुछ असामान्य महसूस हुआ। इसके बाद उन्होंने नवजात की विषेश जांच करवाई। जब जांच की रिपोर्ट आई तो डॉक्टर हैरान रह गए। उस नवजात के पेट में एक भ्रूण पल रहा था। इसके बाद डॉक्टरों ने इसकी जानकारी नवजात के परिजनों को दी। यह जान कर उनके होश भी उड़ गए। डॉक्टरों का कहना है कि यह एक रेयर मेडिकल कंडीशन है और लाखों शिशुओं में किसी एक में ऐसा मामला सामने आता है।
दुनिया भर में आए हैं अब तक 200 मामले
इस तरह के मामले पूरी दुनिया में अब तक करीब 200 आए हैं। कहा जाता है कि ऐसा पहला मामला 18वीं सदी में सामने आया था। भारत में ऐसे करीब 8-10 मामले सामने आ चुके हैं। इस तरह की स्थिति में ऑपरेशन कर के भ्रूण को निकाल दिया जाता है। लेकिन नवजात का ऑपरेशन करना जटिल और खतरे से भरा होता है। डॉक्टरों का कहना है कि गर्भावस्था में ही कुछ खास वजहों से विकसित हो रहे बच्चे में एक परजीवी भ्रूण आ जाता है। सामान्य आदमी के लिए इसे समझ पाना आसान नहीं है। मेडिकल साइंस के कई स्टूडेंट भी इसे ठीक तरह से समझ नहीं पाते हैं। इसे लेकर दुनिया भर में रिसर्च चल रहे हैं, ताकि ऐसा होने की सही वजह का पता लगाया जा सके।
बच्ची का होगा ऑपरेशन
बच्ची की चिकित्सा कर रहे राजनांदगांव के नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ का कहना है कि नवजात का ऑपरेशन कर भ्रूण को निकाल दिया जाएगा, लेकिन वजन कम होने के कारण फिलहाल ऐसा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बच्ची के घरवालों को बता दिया गया है कि उसका वजन कम है। जब बच्ची का वजन 4 किलो हो जाएगा, तभी ऑपरेशन किया जा सकता है। तब तक बच्ची के स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी।