ढाका: भारत-बांग्लादेश के बीच हुए पांच बड़े समझौते, PM ने हसीना को सौंपी 109 एंबुलेंस-12 लाख वैक्सीन की डोज

बांग्लादेश दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सतखीरा में जशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा की। पीएम ने ओरकांडी मंदिर में भी पूजा की। मंदिर दक्षिण पूर्व सतखिरा और गोपालगंज में स्थित है। दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ने राजनेताओं से मुलाकात की थी।

Asianet News Hindi | Published : Mar 27, 2021 3:30 AM IST / Updated: Mar 27 2021, 07:27 PM IST

नई दिल्ली. बांग्लादेश दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सतखीरा में जशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा की। पीएम ने ओरकांडी मंदिर में भी पूजा की। मंदिर दक्षिण पूर्व सतखिरा और गोपालगंज में स्थित है। दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ने राजनेताओं से मुलाकात की थी। इसी के साथ ही पीएम ने बांग्लादेश के साथ पांच अहम समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए। मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मौजूदगी में ये समझौते किए। द्विपक्षीय वार्ता के बाद बांग्लादेश में बन रहे रूपपुर परमाणु पावर प्लांट के इंफ्रास्ट्रक्चर डॉवलपमेंट  में भारत की अधिक भागीदारी का उद्घाटन किया। साथ ही दोनों देशों के बीच हल्दीबाड़ी- चिलघाटी रेल रुट पर नई मिताली एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का ऐलान किया। ये ट्रेन ढाका और न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलेगी।

इतना ही नहीं, इसके बाद बांग्लादेश में भारतीय सेना के शहीदों की स्मृति के एक स्मारक बनाए जाने के काम का भी दोनों प्रधानमंत्रियों ने उद्घाटन किया। ट्रेड और आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भारत किस तरह से बांग्लादेश का सहयोग करेगा इसको लेकर भी समझौता हुआ है।

109 एंबुलेंस और 12 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज पीएम ने बांग्लादेश को सौंपी

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की तरफ से बांग्लादेशी पीएम को 109 एंबुलेंस और 12 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज भेंट में दी। वहीं, बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को घड़ी समेत कई तोहफे दिए। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने मोदी को सोने और चांदी के सिक्के दिए, जो बंगबंधु शेख मुजिबुर रहमान के जन्म शताब्दी पर जारी किए गए थे। इसके साथ ही उन्होंने बांग्लादेश की आजादी की 50वीं सालगिरह पर जारी हुआ एक चांदी का सिक्का भी पीएम मोदी को भेंट के तौर पर दिया।


अपडेट्स

मोदी की शेख हसीना के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता

बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के समाधि स्थल पर पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुंगीपारा में बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के समाधि स्थल पर उनको श्रद्धांजलि दी। इस दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मौजूद रहीं। इस दौरान पीएम मोदी ने समाधि परिसर में विजिटर बुक में हस्ताक्षर किए।
 
पीएम मोदी ने तुंगीपारा में बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के समाधि परिसर में पौधारोपण किया। इस दौरान उनके साथ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मौजूद रहीं।


जशोरेश्वरी काली मंदिर में पीएम मोदी

पीएमम मोदी जशोरेश्वरी काली मंदिर में पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा,
आज मुझे मां काली के चरणों में आने का सौभाग्य मिला है। जब मैं 2015 में बांग्लादेश आया था तो मुझे मां ढाकेश्वरी के चरणों में शीश झुकाने का अवसर मिला था। 

मां काली कोरोना से रक्षा करेंगी: मोदी 

"मानव जाति आज कोरोना के कारण अनेक संकटों से गुजर रही है, मां से प्रार्थना है कि पूरी मानव जाति को इस कोरोना के संकट से जल्द मुक्ति दिलाएं। आज मुझे 51 शक्तिपीठों में से एक मां काली के चरणों में आने का सौभाग्य मिला। मेरी कोशिश रहती है कि मौका मिले तो इन 51 शक्तिपीठों में कभी न कभी जाकर अपना माथा टेकूं।" 

"एक कम्यूनिटी हॉल की आवश्यकता है"

"मैंने सुना है कि जब यहां मां काली की पूजा का मेला लगता है तो बहुत बड़ी तादाद में भक्त सीमा के उस पार से और यहां से भी आते हैं। यहां पर एक कम्यूनिटी हॉल की आवश्यकता है।" 

"ये बहुउद्देशीय हॉल हो ताकि जब काली पूजा के लिए लोग आएं तो उनके भी उपयोग में आए और सामाजिक, धार्मिक, शै​क्षणिक अवसर पर यहां के लोगों के काम आए और आपदा के समय खासकर चक्रवात के समय ये कम्यूनिटी हॉल सबके लिए शेल्टर का स्थान बन जाए। भारत यहां पर इस निर्माण कार्य को करेगी, मैं बांग्लादेश सरकार का आभार मानता हूं कि उन्होंने इस काम के लिए हमारे साथ शुभकामनाएं प्रकट की हैं।"


जशोरेश्वरी मंदिर की कहानी

बांग्लादेश के खुलना जिला के ईश्वरपुर गांव के जशोरेश्वरी काली मंदिर है। यह बांग्लादेश का तीसरा सबसे प्रमुख शक्तिपीठ है। काली पूजा के दिन यहां बड़ा उत्सव का आयोजन होता है। कहते हैं कभी इस मंदिर के 100 दरवाजे थे। जेशोरेश्वरी का अर्थ है जेशोर की देवी। इस मंदिर को भारतीय उपमहाद्वीप में मौजूद शक्ति पीठों में से एक माना जाता है। हिंदू मान्यता के अनुसार यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, इसलिए इसे हिंदू समुदाय में एक पवित्र स्थल माना जाता है।

मतुआ समुदाय का तीर्थ स्थल 

पीएम मोदी ओरकांडी में मतुआ समुदाय के सबसे बड़े तीर्थ स्थल ठाकुरबाड़ी के दर्शन भी करेंगे। बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए वोटिंग हो रही है। ऐसे में पीएम का ओरकांडी दौरा पश्चिम बंगाल के मतुआ समुदाय के लोगों पर प्रभाव डाल सकता है।

पश्चिम बंगाल की 294 विधान सभा सीटों में से लगभग 40 सीट पर मतुआ समुदाय का प्रभाव है। ये सीट उत्तर 24 परगना, नदिया और दक्षिण 24 परगना में हैं। वहीं 20 ऐसी सीट हैं जहां मतुआ समुदाय का अप्रत्यक्ष प्रभाव है। ये सीट हुगली जिले के अलावा उत्तर बंगाल के कूचबिहार और आसपास के इलाकों में हैं।

पीएम मोदी का 27 मार्च का शेड्यूल 

10.05 बजे: काली मंदिर का दौरा
11.30 बजे: बंगबंधु कॉम्प्लेक्स का दौरा
12.20 बजे: लोगों से मुलाकात
4.00 बजे: शेख हसीना संग द्विपक्षीय वार्ता
6.10 बजे: बांग्लादेश के राष्ट्रपति से मुलाकात
7.10 बजे: ढाका से दिल्ली के लिए रवाना

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