पश्चिम बंगाल विधानसभा के सबसे बड़े संग्राम की शुक्रवार से शुरुआत हो गई। नंदीग्राम से ममता बनर्जी के नामांकन भरने के बाद शुक्रवार को शुभेंदु अधिकारी ने भी उनके खिलाफ अपना पर्चा दाखिल कर दिया। जैसा ममता बनर्जी ने नामांकन भरने से पहले किया था, वे मंदिर गई थीं और फिर रैली निकालकर पर्चा भरने पहुंची थीं, ठीक वैसा ही शुभेंदु ने किया।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल. पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में सारे देश की नजर पश्चिम बंगाल पर अधिक टिकी हुई है। यहां पिछले 10 साल से काबिज ममता बनर्जी को इस बार उनकी ही पार्टी छोड़कर भाजपा में गए विद्रोहियों से कड़ी चुनौती मिल रही है। इसी सिलसिले के तहत पश्चिम बंगाल विधानसभा के सबसे बड़े संग्राम की शुक्रवार से शुरुआत हो गई। नंदीग्राम से ममता बनर्जी के नामांकन भरने के बाद शुक्रवार को शुभेंदु अधिकारी ने भी उनके खिलाफ यहां से पर्चा दाखिल करके सियासी संग्राम का आगाज कर किया। जैसा ममता बनर्जी ने नामांकन भरने से पहले किया था, वे मंदिर गई थीं और फिर रैली निकालकर पर्चा भरने पहुंची थीं, ठीक वैसा ही शुभेंदु ने किया। वे नामांकन से पहले मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की।
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शुभेंदु ने कहा-मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मेरे सामने खड़ी हैं। चिंता न करें, मैं उनको हराऊंगा। मेरे पोस्टर पर कालिख पोती गई, मेरे झंडों को फेंका गया, मैं पूछता हूं कि तोहा सिद्दीकी कौन है? टीएमसी का अब्बा सिद्दीकी कौन है? मैं ज्यादा नहीं बोलूंगा। जमीन वही है, झंडा नया है और निशान कमल है।
शुभेंदु ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि जनता इस बार भाजपा का साथ देगी और बंगाल में असली परिवर्तन के लिए भाजपा को ही लाएगी। प्रतियोगिता का कोई सवाल ही नहीं है, भाजपा ने 2019 में विधानसभा की 18 सीटें जीतीं। इस बार भारी अंतर से मजबूत सरकार बनाएंगे।
बता दें कि 2016 के विधानसभा चुनाव में शुभेंदु नंदीग्राम से जीते थे। तब वे तृणमूल में थे, अब भाजपा में हैं।
नामांकन भरने से पहले शुभेंदु नंदीग्राम के सिंहबाहिनी मंदिर पहुंचे। यहां से पूजा-अर्चना के बाद सोना छुड़ा के जानकीनाथ मंदिर भी गए। यहां उन्होंने हवन किया।
शिवरात्रि पर भी मंदिर गए थे शुभेंदु
बुधवार को नंदीग्राम से नामांकन भरने के बाद ममता बनर्जी के पैर में चोट लग गई। इसे लेकर राजनीति चरम पर है। इधर, नंदीग्राम से ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे शुभेंदु अधिकारी लगातार ममता को घेरने में लगे हैं। पश्चिम बंगाल में होने जा रहा विधानसभा चुनाव इस बार बेहद आक्रामण शैली में लड़ा जा रहा है। इसमें एक दिलचस्प मुकाबला नंदीग्राम में हैं, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने शुभेंदु अधिकारी खड़े हैं। कभी ममता सरकार में नंबर-1 पोजिशन पर रहे शुभेंदु अधिकारी महाशिवरात्रि पर नंदीग्राम स्थित शिवमंदिर पहुंचे। यह वही मंदिर है, जहां बुधवार को नामांकन भरने से पहले ममता बनर्जी गई थीं। त्रिलोकेश्वर मंदिर पूर्व मिदनापुर में सोनाचुरा में है। शुभेंदु अधिकारी लंबे समय से ममता बनर्जी से नाराज थे। इसके बाद वे न सिर्फ भाजपा में शामिल हुए, बल्कि ममता को चुनौती दी थी। नतीजा ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया।
जानें कब चुनाव
बता दें कि बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।