इस्लामिक स्टेट का खूंखार चीफ और आतंकी अबु बक्र अल-बगदादी के मारे जाने के बाद अमेरिका समेत पूरी दुनिया में जश्न का माहौल है। लंबे समय से अमेरिका बगदादी को मारने की कोशिश में था लेकिन अरबों डॉलर का इनामी आतंकी किसी के हाथ नहीं आ रहा था। आखिरकार अमेरिका ने एक स्पेशल फ़ोर्स बनाई और रेड में बगदादी घिर गया तो आतंकी ने खुद को मार लिया।
नई दिल्ली. इस्लामिक स्टेट का खूंखार चीफ और आतंकी अबु बक्र अल-बगदादी के मारे जाने के बाद अमेरिका समेत पूरी दुनिया में जश्न का माहौल है। लंबे समय से अमेरिका बगदादी को मारने की कोशिश में था लेकिन अरबों डॉलर का इनामी आतंकी किसी के हाथ नहीं आ रहा था। आखिरकार अमेरिका ने एक स्पेशल फ़ोर्स बनाई और रेड में बगदादी घिर गया तो आतंकी ने खुद को मार लिया।
स्पेशल अमेरिकी फोर्स के का दस्ता एक अज्ञात लोकेशन से शनिवार शाम पांच बजे वॉशिंगटन से निकला था। बगदादी का खात्मा करने के अभियान की शुरुआत के साथ ही व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में डोनाल्ड ट्रंप और दूसरे अहम नेता ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे। अमेरिका में ऑपरेशन के एक-एक सेकेंड के लाइव वीडियो पर नजरें टिकी हुई थीं। बगदादी के खात्मे का पूरा ऑपरेशन दो घंटे तक चला। इस दौरान जिस लोकेशन पर आतंक का सरगना छिपा हुआ था उसके दोनों ओर हेलिकॉप्टर एक घंटे दस मिनट तक आसमान में छील की तरह नजर साधे आड़े रहे।
जेहादियों के गढ़ में छिपा बैठा था आतंकी
रविवार को तड़के सीरिया के इदलिब प्रांत के गांव बारिशा को स्पेशल फोर्स ने टारगेट पर ले लिया। दुनिया को आतंक से हिलाकर रख देने वाला बगदादी यहीं पर छिपा बैठा था। ये जगह तुर्की की दक्षिणी सीमा से सिर्फ पांच किलोमीटर दूर है।
यह इसे इस्लामिक जिहादियों के गठबंधन का गढ़ कहा जाता है। इस्लामिक स्टेट से हिंसक टकराव के बावजूद आईएस के सैकड़ों लड़ाके यहां रहते हैं।
ऑपरेशन कैसे हुआ?
कई दिनों से अमेरिका की खुफिया एजेंसियां बगदादी का पीछा कर रही थीं। यह पता चल गया था कि बगदादी जहां रहता है वहां कई सुरंगे हैं। इनमने कई एकतरफा सुरंगे हैं जिनमें दूसरी ओर से निकलने का एग्जिट रास्ता नहीं है। अमेरिका के स्पेशल फोर्स के मिशन में आठ हेलिकॉप्टर, कई जहाज और प्लेन शामिल हुए।
सभी हेलिकॉप्टर तुर्की की सीमा में उड़ते हुए पहुंचे। ये उन इलाकों से भी गुजरे जहां सीरिया और रूस की सेना का नियंत्रण है। हालांकि रूस को स्पेशल फोर्स के ऑपरेशन की भनक तक नहीं लग पाई। रूस ने अमेरिकी हेलिकॉप्टरों को जाने दिया।
बेहद खतरनाक था मिशन, लैंडिंग से पहले 30 मिनट तक हुई गोलीबारी
ये मिशन बेहद खतरनाक था। जैसे ही स्पेशल फोर्स के हेलिकॉप्टर बगदादी के करीब इलाके में पहुंचे गोलीबारी शुरू हो गई। बारिशा में हेलिकॉप्टर के जमीन पर उतरने से पहले 30 मिनट तक भयानक गोलीबारी हुई। इस दौरान हेलिकॉप्टर में सवार स्पेशल फोर्स ने दो घरों पर मिसाइलें भी दागी। हमले में एक घर पूरी तरह से तबाह हो गया।
बारिशा गांव में पहले एक हेलिकॉप्टर ने जमीन पर लैंड किया। इसके बाद स्पेशल फोर्स के जवानों ने परिसर की दीवारों में सुराख बनाए। इस कार्रवाई के बाद ऑपरेशन वहां शुरू हुआ जहां बगदादी छिपा बैठा था। घिरा महसूस करने के बाद बगदादी सुरंग में भागने लगा। वह उस सुरंग में गया जिसमें से बाहर निकलने का एग्जिट नहीं था। इस दौरान पहली बार मौत को करीब देखकर बगदादी गिड़गिड़ा रहा था, रो रहा था।
कुछ ऐसा रहा फाइनल एनकाउंटर
फाइनल काउंटर से पहले स्पेशल फोर्स ने पूरे परिसर को खाली करा लिया। कुछ ने सरेंडर किया, जिस आतंकी ने विरोध किया वो मारा गया। सुरंग से 11 बच्चों को भी बाहर निकाला गया। अब सुरंग में अकेला बगदादी रह गया था। वो अपने साथ तीन बच्चों को भी लेकर भाग रहा था।
ऑपरेशन में स्पेशल फोर्स के कुत्ते भी जांबाज कुत्ते भी शामिल थे। कुत्ते बगदादी को खदेड़ रहे थे। बगदादी सुरंग के आखिरी छोर तक पहुंच गया। जब उसे लगा कि अब बचने का कोई रास्ता नहीं है तो उसने खुद को उड़ा लिया। उसने अपने तीन बच्चों को भी उड़ा लिया। इस धमाके में सुरंग भी तबाह हो गया। कुछ तस्वीरों और वीडियो में तबाही देखी गई।
इसके बाद स्पेशल फोर्स ने तत्काल खुद को उड़ाने वाले आतंकी के शरीर के अवशेष की जांच की। जांच में कनफर्म हो गया कि वो बगदादी ही था। ऑपरेशन में बगदादी की दोनों पत्नियां भी मारी गईं। जबकि कई और आतंकी मारे गए हैं और कुछ गिरफ्तार भी किए गए हैं। सालों से गायब चल रहे बगदादी के खात्मे में स्पेशल फोर्स को सिर्फ 15 मिनट ही लगे। अमेरिकी एक्सपर्ट बगदादी के बॉडी पार्ट को अपने साथ लाए हैं।