
वाशिंगटन. Afghanistan पर Taliban के कब्जे के बाद वहां से अपने लोगों को निकालने तमाम देश लगातार प्रयासरत हैं। काबुल हवाई अड्डे पर अभी भी हजारों लोग मौजूद हैं। हवाई अड्डे पर अभी अमेरिकी सेना का कब्जा है। तालिबान कई बार देश छोड़कर जा रहे लोगों को रोक रहा है। बाधाएं पैदा कर रहा है। इस बीच रविवार को अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने तालिबान को चेतावनी दी है कि अगर उसने काबुल हवाई अड्डे से लोगों की निकासी में रोड़ा बनने की कोशिश की, तो उसे वाशिंगटन यानी अमेरिकी सरकार तुरंत जवाब देगी।
फिलहाल तालिबान पर कोई बैन नहीं
इधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन(Joe Biden) ने तालिबान पर बैन की आशंकाओं को खारिज कर दिया। उन्होंने रविवार को कहा कि तालिबान पर प्रतिबंध उसके आचरण के आधार पर लिया जाएगा। बाइडेन ने कहा कि तालिबान ने अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को जबर्दस्त बदलने के बाद कई आश्वासन दिए हैं। रूजवेल्ट रूम में बाइडेन ने कहा कि कुछ शर्तों के साथ तालिबान पर लगे प्रतिबंधों का अमेरिका समर्थन करेगा।
31 अगस्त से आगे बढ़ सकता है मिशन
अफगानिस्तान से लोगों की निकासी के मद्देनजर अमेरिका ने काबुल हवाई अड्डे के आसपास सुरक्षित क्षेत्र का विस्तार किया है। अमेरिकी सरकार अपने सैन्य अधिकारियों से चर्चा कर रही है। जरूरत पड़ने पर निकासी के मिशन को 31 अगस्त से आगे बढ़ाया जा सकता है।
आतंकवादी उठा सकते हैं फायदा
यह अमेरिका भी मान चुका है कि अफगानिस्तान की स्थिति का फायदा आतंकवादी संगठन उठा सकते हैं। बाइडेन ने कहा कि उन्हें पता है कि आतंकवादी संगठन इस स्थिति का फायदा उठा सकते हैं। वे निर्दोष अफगानों या अमेरिकी सैनिकों पर निशाना साध सकते हैं। अमेरिका ने कहा हम ISIS और ISIS-K नाम के अफगान सहयोगी समेत किसी भी स्रोत से आने वाले खतरों की कड़ी निगरानी कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।