अफगानिस्तान: रूसी दूतावास पर आत्मघाती हमला, दो राजनयिक समेत 20 की मौत

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रूसी दूतावास पर आतंकी हमला हुआ है। एक आत्मघाती हमलावर ने दूतावास के बाहर खुद को उड़ा लिया, जिससे 20 लोगों की मौत हो गई। दो राजनयिक की भी मौत हो गई।
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 5, 2022 9:47 AM IST / Updated: Sep 05 2022, 04:15 PM IST

काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ है। राजधानी के सबसे सुरक्षित इलाके में स्थित रूसी दूतावास के बाहर आत्मघाती हमला हुआ। बम धमाके में दो राजनयिक समेत 20 लोगों की मौत हो गई। 

रूसी दूतावास के बाहर लोग वीजा पाने के लिए लाइन में लगे थे तभी आम आदमी के भेष में एक हमलावर उनके करीब पहुंच गया। दूतावास की सुरक्षा कर रहे जवानों को आतंकी हमले की भनक लग गई थी। सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को गोली मारी तभी उसने खुद को उड़ा लिया। 

बिखर गए क्षत-विक्षत शव 
धमाका इतना तेज था कि मारे गए लोगों के क्षत-विक्षत शव मौके पर बिखर गए। चारों तरफ धुआं फैल गया। धमाके के बाद अफरा-तफरी मच गई। लोग बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे। धमाके में कई लोग घायल हो गए, जिन्हें दूतावास के पास स्थित एस्टीकलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक रूसी राजनीयिक घायल हुआ है। दरअसल, रूस उन चुनिंदा देशों में शामिल है जो अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद भी अफगानिस्तान में दूतावास चला रहा है। तालिबान को सरकार चलाने में रूस की ओर से मदद दी जा रही है। 

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सितंबर को मारे गए थे 20 लोग
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में अफगानिस्तान में आतंकी हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं। पिछले महीने काबुल में कई बम धमाके हुए थे, जिससे दर्जनों निर्दोष लोगों की जान गई थी। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद बम धामाके बढ़ गए हैं। 22 सितंबर को हेरात शहर के गुजरगाह मस्जिद में बम धमाका हुआ था। धमाके की चपेट में आकर 20 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 200 लोग घायल हुए थे। बम धमाके में अफगानिस्तान के एक प्रमुख मौलवी मुजीब-उल रहमान अंसारी की मौत हो गई थी। 17 अगस्त काबुल के मस्जिद में हुए बम ब्लास्ट से 50 लोगों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट शाम को नमाज के दौरान हुआ था। मारे गए लोगों में एक प्रमुख धार्मिक विद्वान मौलवी अमीर मोहम्मद काबुली भी थे।

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