अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद आईएस की भी गतिविधियां बढ़ गई हैं लेकिन कई मामलों में तालिबान-आईएस के बीच सामंजस्य स्थापित नहीं हो पा रहा है। अभी कुछ दिनों पहले ही आईएस के कुछ आतंकियों को तालिबान शासन द्वारा साजिश रचने के आरोप में अरेस्ट कराया गया था।
काबुल। अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद अब आतंकी ग्रुप्स में भी संघर्ष शुरू हो चुका है। जिस आईएस (IS) को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जे के लिए मदद ली, अब वहीं दोनों आपस में वर्चस्व के लिए लड़ना शुरू कर दिए हैं। अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में तालिबान और कथित आईएस के लोगों में संघर्ष के दौरान 17 लोगों के मारे जाने की सूचना है। मरने वालों में सात बच्चों, तीन महिलाओं और सात पुरुषों सहित 17 लोग शामिल हैं।
दरअसल, अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद आईएस की भी गतिविधियां बढ़ गई हैं लेकिन कई मामलों में तालिबान-आईएस के बीच सामंजस्य स्थापित नहीं हो पा रहा है। अभी कुछ दिनों पहले ही आईएस के कुछ आतंकियों को तालिबान शासन द्वारा साजिश रचने के आरोप में अरेस्ट कराया गया था। आरोप यह भी है कि तालिबान के लड़ाकों को आईएस तोड़कर अपने ग्रुप में शामिल कर रहा है।
हेरात प्रांत में आईएस के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन
बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में तालिबान के द्वारा एक स्पेशल ऑपरेशन चलाया गया। कुछ लोकल अपराधियों के खिलाफ चलाए गए इस अभियान में करीब तीन अपराधियों को मार गिराया गया है। करीब तीन घंटे तक चले इस संघर्ष में कई अन्य लोगों के भी मारे जाने की सूचना है।
बताया जा रहा है कि रविवार को हुई ये झड़प करीब तीन घंटे तक चली। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता कारी सईद खोस्ती ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एक घर में छिपे तीन अपहरणकर्ताओं को ऑपरेशन के दौरान मार गिराया गया।
जबकि कुछ अन्य अधिकारियों ने बताया कि तालिबान फोर्सेस ने तालिबान से अलग हुए एक समूह पर छापा मारा था जो हाल ही में इस्लामिक स्टेट (IS) में शामिल हो गए थे। दरअसल, 2015 में अफगानिस्तान में IS के उभरने के बाद से दोनों चरमपंथी समूह एक-दूसरे से लड़ रहे हैं।