जैश-ए-मोहम्मद भारत में आतंकी गतिविधियों को तेज करना चाहता है। वह चाहता है कि कश्मीर घाटी में एक बार उनका पूर्ण नियंत्रण हो जाए।
काबुल। पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अफगानिस्तान में तालिबान के साथ सीक्रेट मीटिंग कर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए मदद मांगी है। जैश चाहता है कि तालिबान उसे भारत में आतंकी गतिविधियों को संचालित करने के लिए सहयोग करे। यह मीटिंग जैश के नेताओं ने कंधार में की है।
न्यूज एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद भारत में आतंकी गतिविधियों को तेज करना चाहता है। वह चाहता है कि कश्मीर घाटी में एक बार उनका पूर्ण नियंत्रण हो जाए। हालांकि, तालिबान से जैश नेताओं ने पाकिस्तान के राजनीतिक हालातों पर भी चर्चा की है।
काबुल एयरपोर्ट में 170 लोगों की अबतक मौत
इस्लामिक स्टेट के खुरासान मॉड्यूल ने गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट के बाहर फिदायीन हमला को अंजाम दिया था। इस हमले में कम से कम 170 लोगों के मारे जाने का दावा किया गया है। जिसमें कम से कम 13 अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने की भी सूचना है। उधर, इस हमले के बाद अमेरिका ने आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। अमेरिका द्वारा ड्रोन बम से किए गए जवाबी कार्रवाई में आरोपी आतंकी के मारे जाने का दावा किया जा रहा है।
काबुल एयरपोर्ट को अमेरिका कर रहा तालिबान के हवाले
तालिबान की पकड़ अब काबुल एयरपोर्ट पर भी होने लगी है। बताया जा रहा है कि अमेरिकी सैनिकों ने काबुल एयरपोर्ट के तीन गेट्स को तालिबान के हवाले कर दिया है। यहां से अमेरिकी सैनिक पीछे हट गए हैं और तालिबान ने मोर्चा संभाल लिया है। अमेरिकी सैनिकों के एयरपोर्ट का कुछ और हिस्सा भी छोड़े जाने की बात कही जा रही है।