
नई दिल्ली. कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित चीन के वुहान शहर से 323 भारतीय नागरिकों को लेकर एयर इंडिया का दूसरा विशेष विमान रविवार को भारत पहुंचा। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर विमान में सवार यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए डॉक्टरों की टीम तैनात की गई। भारतीयों के साथ मालदीव के भी कुछ नागरिकों को इसी विमान से लाया गया है। वुहान ही वह जगह है जहां से करॉना वायरस फैला और इसने अब तक 304 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। 10,000 से ज्यादा अन्य संक्रमित हैं और वायरस 17 देशों में फैल चुका है।
स्क्रीनिंग के बाद आईटीबीपी और सेना के सेंटर में रहेंगे
वुहान से लौटे भारतीय नागरिकों को कम से कम 14 दिन के लिए आईटीबीपी और सेना के सेंटर में रखा जाएगा। दिल्ली के छावला में आईटीबीपी और गुरुग्राम के मानेसर में सेना ने कैंप में इसके लिए खास इंतजाम किए हैं। इससे पहले चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने बताया, 'वुहान से एयर इंडिया की दूसरी फ्लाइट के जरिए 323 भारतीय नागरिकों को रवाना किया गया।
मालदीव के भी सात नागरिकों को भेजा गया है।' मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद का कहना है कि दिल्ली में मालदीव के नागरिकों को कुछ समय के लिए आइसोलेशन (एकांत) में रखा जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का शुक्रिया अदा किया है।
पहली खेप में लाए गए थे 324 भारतीय
इससे पहले शनिवार को चीन के वुहान से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI) पहुंचे 324 भारतीयों को स्क्रीनिंग के बाद आईटीबीपी और भारतीय सेना के सेंटर भेजा गया है। शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे इस विमान से 324 भारतीयों को वापस लाया गया था।
शनिवार को जो 324 भारतीय वापस आए हैं, उनमें 211 छात्र, 110 नौकरीपेशा और 3 नाबालिग हैं। वुहान से देश लौटने वाले भारतीयों की जांच के लिए एयरपोर्ट पर डॉक्टरों की टीम तैनात की गई थी। विमान में सवार सभी भारतीयों की स्क्रीनिंग हुई और जांच के बाद उन्हें आईटीबीपी के छावला और भारतीय सेना के मानेसर स्थित कैंप भेजा गया है।
क्या है कोरोना वायरस?
एक वायरस का ऐसा समूह है जो पक्षियों, स्तनधारी पशुओं और इंसानों में कई तरह की बीमारियां पैदा कर सकता है। इसका नाम कोरोना वायरस इसलिए रखा गया, क्योंकि इसको इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप से देखने पर इसकी सतह कुछ ऐसी दिखाई देती है जैसा कि हमारे सूर्य के चारों तरफ का चमकदार कोरोना हो। ऐसा नहीं है कि इस वायरस के समूह को अभी खोजा गया है, बल्कि हमें इसके बारे में बहुत पहले से पता है। इस समूह के कुछ वायरस बहुत ज्यादा हानिकारक नहीं हैं। बहुत बार मौसम बदलते समय जो हमें जुखाम, नाक बहना, गला खराब होना या बुखार, इस तरह की छोटी-मोटी दिक्कतें आती हैं उनमें से बहुत-सी इसी वायरस की वजह से हो सकती हैं। लेकिन कुछ कोरोना वायरस बड़े घातक हैं और उनके संक्रमण से इंसान की मृत्यु तक हो सकती है।
कोरोना वायरस के लक्षण
दर्द
खांसी
बुखार
सांस की तकलीफ
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