
Donald Trump Tariff: अमेरिका आज यानी कि 2 अप्रैल से वैश्विक स्तर पर जवाबी टैरिफ लागू कर रहा है, जिसका प्रभाव भारत समेत कई देशों पर पड़ेगा। भारतीय शेयर बाजार पर भी इसका असर दिखा, जहां मंगलवार को सेंसेक्स लगभग 1400 अंक लुढ़क गया और निफ्टी में 353 अंकों की गिरावट दर्ज हुई। इस प्रभाव से निपटने के लिए भारत सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है।
व्हाइट हाउस ने मंगलवार को घोषणा की कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ जल्द ही लागू किए जाएंगे। अमेरिका 2 अप्रैल की रात या 3 अप्रैल की सुबह से जवाबी टैरिफ लागू करेगा। इसका असर भारत के व्यापार पर भी पड़ सकता है जिसे देखते हुए वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय जल्द ही अपनी रणनीति बताएंगे। राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि अमेरिका उन देशों पर उतना ही टैरिफ लगाएगा, जितना वे अमेरिका पर लगाते हैं। उन्होंने 2 अप्रैल को "मुक्ति दिवस" बताते हुए दावा किया था कि भारत अपने टैरिफ में बड़ी कटौती करेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, द्विपक्षीय बातचीत से कई विवादित मुद्दों का हल निकाला जा सकता है। भारत के कुल वस्तु निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी 20% से अधिक है इसलिए भारत अपने बाजार को खोना नहीं चाहेगा। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार भी है। पिछले छह-सात सालों में दोनों देशों के बीच व्यापार दोगुना हो चुका है और अमेरिका ने 2030 तक इसे 500 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य तय किया है।
यह भी पढ़ें: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत के साथ रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने का दिया संदेश
अमेरिकी सरकार का मानना है कि नए टैरिफ से उसे करीब 6 लाख करोड़ डॉलर की आय होगी, जिसे वह अपने नागरिकों को छूट के रूप में दे सकती है। भारत की टैरिफ नीति को लेकर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य व्यापार को संतुलित रखना, घरेलू उद्योगों की रक्षा करना और आयात-निर्यात पर कर लगाकर राजस्व जुटाना है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।