बांग्लादेश में एक और हिंदू की पीट-पीटकर हत्या, जबरन वसूली के शक में मॉब लिंचिंग

Published : Dec 25, 2025, 07:27 PM ISTUpdated : Dec 25, 2025, 07:41 PM IST
Bangladesh Violence

सार

बांग्लादेश में एक और हिंदू युवक की हत्या हुई। राजबाड़ी जिले में 29 वर्षीय अमृत मंडल उर्फ सम्राट को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला। आरोप है कि वह वसूली करने गया था, शोर मचने पर ग्रामीणों ने पकड़कर उसकी जान ले ली।

ढाका/नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंदुओं के प्रति नफरत और हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। 18 दिसंबर को 27 साल के दीपू चंद्र दास की बर्बर हत्या के बाद अब वहां एक और हिंदू युवक को पीट-पीटकर मार डाला गया। लोकल मीडिया ने गुरुवार को बताया कि 29 साल के अमृत मंडल उर्फ ​​सम्राट को राजबाड़ी के पांग्शा सब-डिस्ट्रिक्ट में रात 11 बजे मार दिया गया। यह जगह राजधानी ढाका से करीब साढ़े तीन घंटे की दूरी पर है।

शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश से भाग गया था सम्राट

स्थानीय लोगों ने बांग्लादेश के द डेली स्टार को बताया कि सम्राट 'सम्राट वाहिनी' नाम के एक क्रिमिनल गैंग का लीडर था, जो दूसरी एक्टिविटीज के अलावा जबरन वसूली में शामिल था। सम्राट पिछले साल शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद देश छोड़कर भाग गया था और हाल ही में अपने गांव कलिमोहर यूनियन के होसेंडांगा लौटा था।

पैसे वसूलने के आरोप में गांववालों ने पीट-पीटकर की हत्या

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार रात करीब 11 बजे सम्राट और उसके गैंग के कुछ और लोग कथित तौर पर एक ग्रामीण शाहिदुल इस्लाम के घर पैसे वसूलने गए थे। इस दौरान शाहिदुल के परिवार के लोगों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। इस पर आसपास के लोगों ने सम्राट को पकड़ लिया और इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। वहीं, उसके गैंग के दूसरे लोग भागने में कामयाब रहे। असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (पांग्शा सर्कल) देब्रता सरकार ने बताया कि पुलिस ने सम्राट को किसी तरह भीड़ से बचाया और उसे फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। सरकार ने बताया कि सम्राट के खिलाफ पांग्शा पुलिस स्टेशन में कम से कम दो मामले दर्ज थे, जिनमें एक हत्या का मामला भी शामिल था। सम्राट के एक साथी मोहम्मद सलीम को पिस्तौल और बंदूक के साथ गिरफ्तार किया गया।

दीपू चंद्र दास की हत्या से बांग्लादेश में पहले से ही भारी तनाव 

29 साल के सम्राट की हत्या ऐसे समय में हुई है जब बांग्लादेश में फैक्ट्री मजदूर दीपू चंद्र दास की लिंचिंग के बाद माहौल पहले से ही तनावपूर्ण है, जिससे देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। बता दें कि बांग्लादेश के मैमनसिंह में पिछले गुरुवार को 27 साल के दास पर एक सहकर्मी ने ईशनिंदा का आरोप लगाया था, जिसके बाद भीड़ ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी थी। बाद में उसके शव को लटकाकर जला दिया गया था।

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