कश्मीर को लेकर पाक की बौखलाहट कायम: अमेरिका-यूएन से नहीं मिली मदद, तो चीन की ओर किया रुख

जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के भारत के फैसले से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इसी बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शुक्रवार को चीन दौरे के लिए रवाना हो गए। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 9, 2019 7:14 AM IST

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के भारत के फैसले से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इसी बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शुक्रवार को चीन दौरे के लिए रवाना हो गए। कुरैशी चीनी विदेश मंत्री वांग यी और अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को उठा सकता है। विदेश सचिव सोहैल भी कुरैशी के साथ चीन गए हैं।

इससे पहले इमरान ने भारत के अनुच्छेद 370 फैसले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन मांगा। उन्होंने कहा था कि कश्मीरियों के खिलाफ सैन्य बल का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। घाटी में भय का माहौल है। भाजपा सरकार कश्मीरियों के खिलाफ सैन्य बल का इस्तेमाल कर रही है। उनका सोचना है इससे कश्मीर का स्वतंत्रता आंदोलन रोक दिया जाएगा। पाक ने कहा था कि अनुच्छेद 370 पर लिए गए फैसले के खिलाफ हरसंभव कोशिश करेगा।

अमेरिका और यूएन से पाक को झटका
इससे पहले अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान को झटका दिया है। दोनों ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने को कहा है। साथ ही कश्मीर को द्विपक्षीय मुद्दा बताते हुए तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से इनकार किया है। अमेरिका और यूएन का कहना है कि कश्मीर भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला है और इसे आपसी बातचीत से ही हल किया जाना चाहिए। 

पाक ने भारत के साथ व्यापार संबंध तोड़ा, राजनयिक रिश्ते भी खत्म किए 
धारा 370 निष्प्रभावी करने के फैसले के खिलाफ पाकिस्तान ने बुधवार को भारत से द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को खत्म कर दिया था। साथ ही राजनयिक संबंधों में कटौती करने का फैसला किया था। भारत और पाकिस्तान के बीच करीब 18 हजार करोड़ रु का द्विपक्षीय कारोबार होता है। इसमें भारत 80% निर्यात और 20% आयात करता है।

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