नोबेल पुरस्कार विजेता गैब्रियल गार्सिया मार्केज की मौत के बाद बड़ा खुलासा, मैक्सिको में है 30 साल की बेटी

रिपोर्ट के अनुसार, कोलंबियाई लेखक गार्सिया मार्केज़ की मैक्सिकन लेखक और पत्रकार सुज़ाना काटो के साथ एक गुप्त बेटी थी, जिसके साथ 1990 के दशक की शुरुआत में उनका संबंध था। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 19, 2022 3:20 AM IST

वर्ल्ड डेस्क. नोबेल पुरस्कार विजेता और जाने-माने लेखक गैब्रियल गार्सिया मार्केज (Gabriel García Márquez) का 1990 के दशक में एक मैक्सिको की महिला लेखक के साथ अफेयर था और दोनों को इस संबंध से एक बेटी भी थी, जिसका नाम उन्होंने इंदिरा (Indira) रखा था। यह खुलासा एक कोलंबियाई अखबार "एल यूनिवर्सल" ने  अपनी एक रिपोर्ट में किया है। रिपोर्ट के अनुसार, लेखक के निजी जीवन की गोपनीयता का सम्मान करने के लिए मार्केज़ के परिवार ने कथित तौर पर उनकी बेटी को मीडिया से दूर रखा। अब उनकी बेटी 30 साल की है और अब मेक्सिको सिटी में डॉक्यूमेंट्री प्रोड्यूसर के रूप में काम कर रही है।  

रिपोर्ट के अनुसार, कोलंबियाई लेखक गार्सिया मार्केज़ की मैक्सिकन लेखक और पत्रकार सुज़ाना काटो के साथ एक गुप्त बेटी थी, जिसके साथ 1990 के दशक की शुरुआत में उनका संबंध था। सुजाना काटो ने मार्केज के साथ दो मूवी स्क्रिप्ट को लिखने में काम किया था। साथ ही उन्होंने एक मैगजीन के लिए 1996 में मार्केज का इंटरव्यू भी लिया था। काटो और मार्केज ने अपनी बेटी का नाम इंदिरा दिया। 

लेखक के दो रिश्तेदारों ने लेखक की बेटी के अस्तित्व के बारे में पुष्टि करने के बाद रविवार को कोलंबियाई अखबार एल यूनिवर्सल द्वारा इस सीक्रेट का खुलासा किया गया। गेब्रियल गार्सिया मार्केज का 2014 में मेक्सिको सिटी में निधन हो गया था। "वन हंड्रेड ईयर्स ऑफ सॉलिट्यूड" और "लव इन द टाइम ऑफ कालरा" जैसी कालजयी उपन्याय लिखने गार्सिया मार्केज की शादी मर्सेदीस बरचा (Mercedes Barcha) से हुई थी। दोनों पति-पत्नी में करीब 5 दशकों का साथ रहा और इस दंपति के रोड्रिगो और गोंजालो नाम के दो बच्चे हैं। दोनों ने अपना अधिकांश जीवन मैक्सिको सिटी में बिताया।

अखबार ने बताया कि इंदिरा की उम्र इस समय करीब 30 साल है और वह अपनी मां का सरनेम इस्तेमाल करती हैं। अखबार के मुकाबिक इंदिरा काटो फिलहाल मैक्सिको सिटी में रहती हैं और एक डॉक्यूमेंट्री प्रोड्यूसर हैं। उन्हें 2014 में मैक्सिको से गुजरने वाले प्रवासियों पर बनाई एक डॉक्यूमेंट्री के लिए कई अवॉर्ड भी मिले थे। लेखक की भतीजी शनि गार्सिया मार्केज़ ने कहा कि कैंटो बाकी परिवार की तरह ही एक कलात्मक जीवन जीती हैं। "यह हमें बहुत खुश करता है कि वह अपने दम पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि परिवार मर्सेदीस बरचा के सम्मान में मीडिया के सामने इंदिरा की पहचान का खुलासा नहीं करना चाहता था। वहीं, मार्केज़ के भतीजे गेब्रियल एलिगियो टोरेस गार्सिया ने भी कहा कि वह सोशल मीडिया पर उनके साथ संपर्क में हैं, लेकिन वास्तविक जीवन में उनसे नहीं मिले हैं।

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