मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों पर बवाल, ढाका में हजारों का प्रदर्शन

Published : May 05, 2025, 01:26 PM ISTUpdated : May 05, 2025, 01:48 PM IST
मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों पर बवाल, ढाका में हजारों का प्रदर्शन

सार

Bangladesh Protest Against Womens Rights Reforms: बांग्लादेश में मुस्लिम महिलाओं को समान अधिकार देने के सरकारी प्रस्ताव के खिलाफ हजारों लोग ढाका की सड़कों पर उतरे।

Protest Against Womens Rights Reforms in Bangladesh: (ढाका) मुस्लिम महिलाओं को समान संपत्ति के अधिकार सहित समान अधिकार देने के सरकारी प्रस्ताव के खिलाफ हजारों बांग्लादेशी ढाका की सड़कों पर उतर आए। बांग्लादेश के प्रभावशाली इस्लामी समूह हेफाजत-ए-इस्लाम ने इस विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। उनका आरोप था कि प्रस्तावित सिफारिशें बहुसंख्यक लोगों की भावनाओं को आहत करती हैं।

मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार द्वारा गठित महिला मामलों के सुधार आयोग के मसौदा सिफारिशों को हेफाजत-ए-इस्लाम नेताओं ने शरिया कानून के खिलाफ बताया है। अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो उन्होंने 23 मई को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। "हमारी महिलाओं के खिलाफ पश्चिमी कानूनों को हटाओ" जैसे नारों वाले बैनर और तख्तियां लेकर लगभग दो हजार लोग सड़कों पर उतरे।

विरोध प्रदर्शनकारियों ने संपत्ति के अधिकारों सहित मुस्लिम महिलाओं को समान अधिकार देने की सिफारिशों का विरोध किया। उन्होंने मौजूदा महिला सुधार आयोग को भंग करने, सुधारों का प्रस्ताव देने वालों को दंडित करने और इस्लामी विद्वानों और महिला प्रतिनिधियों को शामिल करके एक नया आयोग बनाने की मांग की। प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले मदरसा शिक्षक मुहम्मद शिहाबुद्दीन ने रैली में कहा कि महिलाएं और पुरुष कभी समान नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि कुरान ने दोनों लिंगों के लिए अलग-अलग जीवन नियम बताए हैं और हम उससे आगे नहीं जा सकते।

हेफाजत ने संविधान में सर्वशक्तिमान अल्लाह में पूर्ण विश्वास और आस्था को बहाल करने की मांग की। समूह ने लिंग पहचान, लिंग विविधता, लिंग समानता, लिंग भेदभाव, तीसरा लिंग, अन्य लिंग जैसे शब्दों को शामिल करने का भी विरोध किया।

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

रूसी राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा से खुश क्यों है अमेरिका और चीन? जानें सबसे बड़ी वजह
तालिबान की क्रूर सज़ा: 80,000 की भीड़ के सामने 13 साल के लड़के ने दी सजा-ए-मौत, लेकिन क्यों?