एडी राम के इस प्रस्ताव को अगर संसद की मंजूरी मिल जाती है तो बेक्ताशी अपना खुद का पासपोर्ट, सीमाएं और संप्रभुता के साथ दुनिया का सबसे छोटा देश बन जाएगा.
दुनिया का सबसे छोटा देश बनने की तैयारी में है बेक्ताशी। वेटिकन सिटी से भी छोटा होगा यह देश। ‘सॉवरेन स्टेट ऑफ बेक्ताक्षी ऑर्डर’ होगा इस देश का नाम। सिर्फ 27 एकड़ में फैला होगा यह देश। अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी राम ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में घोषणा की थी कि अल्बानिया की राजधानी तिराना के पूर्व में रहने वाले सूफी मुस्लिम अल्पसंख्यक बेक्ताशियों को उनका एक अलग देश दिया जाएगा।
एडी राम के इस प्रस्ताव को अगर संसद की मंजूरी मिल जाती है तो बेक्ताशी अपना खुद का पासपोर्ट, सीमाएं और संप्रभुता के साथ दुनिया का सबसे छोटा देश बन जाएगा। मदर टेरेसा का देश अल्बानिया अपने धार्मिक सहिष्णुता के लिए जाना जाता है। अल्बानिया की 50% आबादी मुस्लिम है, जिसमें से 10% बेक्ताशी हैं। फिलहाल दुनिया का सबसे छोटा देश वेटिकन सिटी है, जो 115 एकड़ में फैला है और जिसकी आबादी 800 से भी कम है।
वेटिकन सिटी की तर्ज पर ही बेक्ताशी में भी धर्मगुरु ही देश का मुखिया होगा। 13वीं शताब्दी में ऑटोमन साम्राज्य में सूफीवाद की एक शाखा के रूप में स्थापित बेक्ताशी ऑर्डर का मुख्यालय 1929 से अल्बानिया में ‘बेक्ताशी वर्ल्ड सेंटर’ के नाम से है। बेक्ताशी के प्रमुख एडमंड ब्राहीमाज ने कहा कि यह विश्व धार्मिक सहिष्णुता और शांति को बढ़ावा देने वाले एक नए युग की शुरुआत है।