ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने लगवाया कोविड का एस्ट्राजेनेका वैक्सीन, बताया पूरी तरह सुरक्षित

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Jonson) ने कोरोनावायरस का एस्ट्रोजेनेका टीका लगवा लिया। टीका लगवाने के बाद उन्होंने कहा कि इससे उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई है। ब्रिटिश पीएम ने इस वैक्सीन के लिए वैज्ञानिकों को धन्यवाद भी दिया।

Asianet News Hindi | Published : Mar 20, 2021 4:54 AM IST / Updated: Mar 20 2021, 11:17 AM IST

इंटरनेशनल डेस्क। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Jonson) ने कोरोनावायरस का एस्ट्रोजेनेका टीका लगवा लिया। टीका लगवाने के बाद उन्होंने कहा कि इससे उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई है। ब्रिटिश पीएम ने इस वैक्सीन के लिए वैज्ञानिकों को धन्यवाद भी दिया। बता दें कि इस टीके को लेकर सवाल उटाए जा रहे थे। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने लंदन के सेंट थॉमस हॉस्पिटल में कोविड-19 का यह वैक्सीन लगवायाष इसके बाद उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के बाद उन्हें बेहतर महसूस हो रहा है।

लोगों से टीका लगवाने की अपील की
ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने टीका लगवाने को बाद कहा कि वे लोगों से यह अपील करते हैं कि उन्हें जब भी टीका लगवाने का निर्देश मिले, जरूर लगवाएं। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं करें। यह सभी के बचाव के लिए ठीक है। कोरोना महामारी से बचाव का एक ही जरिया है टीका लगवाना। इससे पूरी सुरक्षा मिलेगी।

ट्वीट कर वैज्ञानिकों को दिया धन्यवाद
टीका लगवाने के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्वीट कर वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया और उनके प्रति आभार जताया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट में लिखा कि उन्होंने ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका का टीका लगवाया है और इस मौके पर मैं इस काम में लगे वैज्ञानिकों, स्टाफ और वॉलन्टियर्स को धन्यवाद देता हूं। इससे हमारी जिंदगी वापस पटरी पर लौटेगी। ब्रिटेन में फिलहाल तेजी से कोविड-19 का टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। वहां आधे से ज्यादा वयस्क लोगों की इसकी पहली खुराक दी जा चुकी है।

कुछ देशों ने लगाई थी रोक
बता दें कि कुछ देशों ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। इनमें फ्रांस, स्पेन, इटली और जर्मनी शामिल हैं। यहां रोक लगाने के पीछे यह वजह बताई गई थी कि टीका लगाने के बाद लोग खून के थक्के जमने की शिकायत कर रहे हैं। वहीं, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) और .यूरोपियन संघ की रेग्युलेटरी एजेंसी ने इल टीके को पूरी तरह सुरक्षित बताया था।  

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