वर्ल्ड डेस्क। कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर के बाहर खालिस्तान समर्थक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के चलते पील क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी सार्जेंट हरिंदर सोही को सोमवार को निलंबित कर दिया गया। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
हरिंदर सोही 18 साल से पुलिस में हैं। उन्हें विरोध प्रदर्शन के दौरान खालिस्तान का झंडा पकड़े हुए कैमरे में कैद किया गया। इस दौरान लोग भारत विरोधी नारे लगा रहे थे। सोही को कहा है कि उन्हें सोशल मीडिया पर धमकियां दी गईं हैं। पील क्षेत्रीय पुलिस एसोसिएशन ने उन्हें "सहायता और सुरक्षा" की पेशकश की है।
मंदिर पर हमला मामले में तीन गिरफ्तार
ब्रैम्पटन में खालिस्तानी समर्थक चरमपंथियों ने मंदिर में घुसकर हिंदू श्रद्धालुओं की पिटाई की थी। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं। कनाडाई पुलिस ने सोमवार को इस मामले में आरोपी तीन लोगों को गिरफ्तार किया। मंदिर के बाहर तैनात पुलिस के जवानों ने भी हिंदू श्रद्धालुओं की पिटाई की थी। पुलिस ने आरोपपत्र में हमले को सिर्फ "विरोध प्रदर्शन" बताया है। खालिस्तानी भीड़ का जिक्र नहीं किया गया है। बता दें कि रविवार को कनाडा में एक हिंदू मंदिर में खालिस्तान समर्थक भीड़ ने हमला किया था। महिलाओं और बच्चों सहित श्रद्धालुओं को खालिस्तान समर्थकों ने पीटा था।
भारत ने की हमले की निंदा
कनाडा के ब्रैम्पटन में मंदिर पर हुए हमले की भारत ने निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सरकार “कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित है। हम ब्रैम्पटन और ओंटारियो में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं। हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि हिंसा में लिप्त लोगों पर मुकदमा चलाया जाएगा।”