चीन: कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस की हुई शुरुआत, राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल पर लगेगी मुहर

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस की बैठक शुरू हो गई है। पांच साल में एक बार होने वाली इस बैठक में राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के तीसरे कार्यकाल पर मुहर लगेगी। कांग्रेस की बैठक 16 से 22 अक्टूबर तक होगी। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 16, 2022 3:47 AM IST

बीजिंग। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख कांग्रेस की शुरुआत रविवार को हुई। एक सप्ताह तक कांग्रेस की बैठक चलेगी। इस दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल पर मुहर लगेगी। शी जिनपिंग को तीसरा कार्यकाल मिलता है तो यह चीन में एक रिकॉर्ड होगा। 

कांग्रेस की बैठक के दौरान 69 साल के शी को छोड़कर चीनी नेतृत्व में नंबर दो नेता प्रीमियर ली केकियांग सहित सभी शीर्ष अधिकारियों को बदल दिया जाएगा। सीपीसी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में 2,296 निर्वाचित प्रतिनिधि बंद दरवाजे की बैठक में भाग लेंगे। कांग्रेस की बैठक 16 से 22 अक्टूबर तक होगी। शी कांग्रेस को अपनी कार्य रिपोर्ट पेश करेंगे।

Latest Videos

कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस की बैठक पांच साल में एक बार होती है। बैठक में यह फैसला लिया जाता है कि अगला राष्ट्रपति कौन होगा। चीन में सिर्फ एक पार्टी है। यहां राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव नहीं होता। कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में ही इसपर फैसला लिया जाता है। शी जिनपिंग का पार्टी पर कठोर नियंत्रण है। इसके चलते उन्हें तीसरा कार्यकाल भी मिलने की पूरी संभावना है। 

शी जिनपिंग का हो रहा विरोध
इस बीच शी जिनपिंग को चीन में विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। कोरोना महामारी से निपटने के लिए उन्होंने जीरो कोविड पॉलिसी अपनाई है। इसमें संक्रमण का पता लगने पर सख्त लॉकडाउन जैसे उपाए अपनाए जाते हैं। इसके चलते चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी आई है। 

यह भी पढ़ें- राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताया तो तिलमिलाया पाकिस्तान, अमेरिकी दूत को किया तलब

कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस से पहले राजधानी बीजिंग के उत्तर-पश्चिम में एक प्रमुख मार्ग के ओवरपास पर बैनर लगाया गया था। इसमें जीरो कोविड पॉलिसी और तानाशाही के लिए शी जिनपिंग का विरोध किया गया था। बैनर की तस्वीरें गुरुवार को सोशल मीडिया पर शेयर की गईं थी। बैनर में लिखा था कि लोगों को कोरोना टेस्ट नहीं भोजन, सांस्कृतिक क्रांति नहीं सुधार, तालाबंदी नहीं स्वतंत्रता, नेता नहीं वोट, झूठ नहीं गरिमा और गुलामी नहीं नागरिका चाहिए। 

यह भी पढ़ें- रूस: मिलिटरी ट्रेनिंग ग्राउंड में आतंकवादियों ने किया हमला, 11 की मौत, यूक्रेन में लड़ने की कर रहे थे तैयारी
 

Share this article
click me!

Latest Videos

श्राद्ध पक्ष में ये 6 काम कर देंगे पितरों को नाराज
Siddhivinayak Ganapati Live Darshan | गणेश चतुर्थी 2024 | मुंबई गणेशोत्सव | Siddhivinayak Ganapati
जमानतः 7 शर्तों में बंधकर जेल से बाहर आएंगे अरविंद केजरीवाल
घाटी में चुनाव लड़ने वाली ये खूबसूरत लड़की कौन? कहा- फाइट में नहीं है BJP
इस्तीफे के लिए तैयार ममता बनर्जी, डॉक्टरों से बातचीत में क्या पेंच फंसा? । Kolkata Doctor Case