
एक समय था जब चीन में एक बच्चे की नीति थी। लेकिन अब, घटती जन्म दर देश के लिए चिंता का विषय बन गई है। इसी के चलते, कई जगहों पर दो या तीन बच्चे पैदा करने पर प्रोत्साहन राशि देने का वादा किया जा रहा है। अब खबर आ रही है कि देश भर में हजारों किंडरगार्टन बंद करने पड़े हैं। नए बच्चों के दाखिले में कमी के कारण देशभर में बड़े पैमाने पर किंडरगार्टन बंद हुए हैं। इसकी मुख्य वजह देश में जन्म दर में आई भारी गिरावट बताई जा रही है।
चीनी शिक्षा मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में पूरे चीन में 274,400 किंडरगार्टन थे। 2022 में यह संख्या 289,200 थी। एक साल में 14,000 से ज्यादा किंडरगार्टन बंद हो गए। चीन में लगातार दूसरे साल जन्म दर में गिरावट दर्ज की गई है। किंडरगार्टन में दाखिला लेने वाले बच्चों की संख्या में भी कमी आई है। 2023 में प्री-स्कूल शिक्षा में 40.9 मिलियन बच्चे थे। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, यह पिछले साल के मुकाबले 11% से ज्यादा की कमी है। 2022 में किंडरगार्टन की संख्या में 1.9% की कमी आई, जबकि किंडरगार्टन में दाखिला लेने वाले बच्चों की संख्या में 3.7% की कमी आई। कई किंडरगार्टन अब बुजुर्गों की देखभाल करने वाले केंद्र बन गए हैं।
घटती जन्म दर और बढ़ती बुजुर्ग आबादी, अधिकारियों के लिए सिरदर्द बन गई है। इसके बाद, जन्म दर बढ़ाने और दंपतियों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की गईं। कुछ क्षेत्रों में दूसरे या तीसरे बच्चे वाले परिवारों को सब्सिडी देने का वादा किया गया था। चीनी सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी चीन के घनी आबादी वाले प्रांत ग्वांगडोंग के एक गांव ने दूसरे बच्चे के जन्म पर 10,000 युआन (1,18,248.76 भारतीय रुपये) और तीसरे बच्चे के जन्म पर 30,000 युआन बोनस देने का वादा किया था।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।