चीन ने फिर उड़ाई बिडेन प्रशासन की नींद, AI से लैस ड्रोन कैरियर को किया लांच, समुद्र पर नियंत्रण की मची होड़

Published : May 21, 2022, 05:58 PM ISTUpdated : May 21, 2022, 06:02 PM IST
चीन ने फिर उड़ाई बिडेन प्रशासन की नींद, AI से लैस ड्रोन कैरियर को किया लांच, समुद्र पर नियंत्रण की मची होड़

सार

वैश्विक महाशक्तियों व विकसित देशों में समुद्र पर नियंत्रण के लिए भी होड़ मची हुई है। दुनिया के शक्तिशाली देश विभिन्न गुट व संगठनों के माध्यम से जल क्षेत्र में अपना एकाधिकार स्थापित करने में जुटे हैं। हालांकि, अमेरिका की इस क्षेत्र में सरदारी स्थापित करने में चीन सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है।

वर्ल्ड न्यूज डेस्क। अमेरिका को खुले तौर पर चुनौती देने वाले चीन ने एक बार फिर समुद्र पर नियंत्रण के लिए अपनी ताकत को बढ़ाया है। ड्रैगन ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस वाले ड्रोन कैरियर को लांच किया है। एआई से लैस यह ड्रोन कैरियर दर्जनों ऑटोनमस ड्रोन्स, शिप्स व सबमर्सिबल मरीन की एक साथ निगरानी करने के साथ साथ रिसर्च बेस्ड निर्णय भी ले सकता है। चीन का एआई सिस्टम से लैस यह पहला ड्रोन कैरियर है। 

खुद ही ऑपरेट करने में सक्षम है एआई से लैस ड्रोन कैरियर

द साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, चीन ने एआई से लैस ड्रोन वाहक लॉन्च किया है, जो अपने आप संचालित करने में सक्षम है। यह किसी भी शिप या सबमर्सिबल को दूर से नियंत्रित करने में सक्षम हैं साथ ही खुले पानी में स्वायत्त रूप से नेविगेट कर सकता है। यह एक नेटवर्क भी बना सकता है जिससे टारगेट की निगरानी और उसका निरीक्षण करने में सक्षम है। चीन ने दावा किया है कि इससे समुद्र की निगरानी और सुरक्षा करने में आसानी होगी।

राज्य द्वारा संचालित विज्ञान और प्रौद्योगिकी दैनिक के अनुसार, स्वचालित जहाज, जिसे दूर से संचालित किया जा सकता है और विस्तृत महासागर में स्वायत्त रूप से नेविगेट किया जा सकता है, राष्ट्र के लिए समुद्री वैज्ञानिक अनुसंधान और अवलोकन करने का एक शक्तिशाली उपकरण होगा।

झू है यूं के नाम से जाना जाएगा एआई सिस्टम वाला ड्रोन कैरियर

ड्रोन कैरियर का नाम 'झू है यूं' रखा गया है। इसकी गति 18 समुद्री मील है और यह दर्जनों ड्रोन विमान और मानवरहित जलयान ले जा सकता है। दक्षिणी समुद्री विज्ञान और इंजीनियरिंग ग्वांगडोंग प्रयोगशाला (झुहाई) ने इंटेलिजेंट मोबाइल ओशन स्टीरियो ऑब्जर्विंग सिस्टम (आईएमओएसओएस) का निर्माण किया है। इस लैब को सन यात-सेन विश्वविद्यालय के दक्षिणी महासागर प्रयोगशाला के रूप में भी जाना जाता है।

पोत बनाने वाली कंपनी CSSC हुआंगपु वेनचोंग शिपिंग कंपनी ने बताया कि स्वायत्त ड्रोन, जहाजों और पनडुब्बियों के वाहक के झुंड को किसी भी समुद्री क्षेत्र में तैनात किया जा सकता है और 3डी निगरानी किया जा सकता है। कंपनी ने कहा कि इस ड्रोन कैरियर की वजह से समुद्र के अवलोकन की प्रभावशीलता और स्तर में वृद्धि होगी।

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