
Pahalgam Terror attack aftermath: पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चीन (China) ने रविवार को प्रतिक्रिया दी है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष मोहम्मद इशाक डार (Mohammad Ishaq Dar) से फोन पर बातचीत कर पहलगाम हमले की निष्पक्ष जांच का समर्थन किया। चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स (Global Times) के अनुसार, वांग ने दोनों देशों से संयम बरतने और तनाव कम करने के लिए एक-दूसरे की ओर बढ़ने का आग्रह किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी विदेश मंत्री डार ने वांग को भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा हालात की जानकारी दी। वांग यी ने इस दौरान कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई सभी देशों की साझा जिम्मेदारी है और चीन लगातार पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी कदमों का समर्थन करता है।
भारत सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। इसमें सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित करना और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा (Pakistani Visa Ban) पर प्रतिबंध शामिल है। इसके अलावा, भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को लौटने का आदेश दिया गया, जिसके चलते पिछले तीन दिनों में 537 पाकिस्तानी नागरिक अटारी बॉर्डर (Attari Border) के जरिये वापस लौट गए।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पहलगाम आतंकी हमले की जांच अपने हाथ में ले ली है। एनआईए की टीमें घटना स्थल पर मौजूद हैं और किसी भी सबूत के नुकसान से बचने के लिए पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। साथ ही, 22 अप्रैल को हुए इस हमले के चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन (Baisaran) में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले (Pulwama Attack) के बाद कश्मीर घाटी में सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।
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