
बीजिंग. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 11-12 अक्टूबर को भारत के साथ अनौपचारिक बातचीत के लिए चेन्नई आ रहे हैं। जिनपिंग के दौरे से पहले जम्मू-कश्मीर को लेकर चीन ने अपना रुख बदला है। चीन ने कहा कि भारत-पाकिस्तान को बातचीत से कश्मीर का मुद्दा निपटाना चाहिए।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ''हम चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान आपसी बातचीत से कश्मीर समेत अपने सभी मुद्दे सुलझाए। यह दोनों देशों के हितों में है और दुनिया भी यही चाहती है।'' समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि चीन समेत सभी देश कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने को भारत का आंतरिक मामला मानते हैं।
पहले कहा था- कश्मीर पर यूएन दे दखल
कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन पहुंचे थे। उस वक्त चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा था कि कश्मीर मुद्दे को यूएन चार्टर के मुताबिक हल किया जाना चाहिए। चीन ने अपना यही पक्ष यूएन की सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक में भी रखा था। हालांकि, उस बैठक का कोई निष्कर्ष नहीं निकला था।
चीन से इमरान को लगा झटका
हालांकि, मंगलवार को चीन का रुख बदला हुआ नजर आया। चीन ने कहा कि कश्मीर का मुद्दा आपसी बातचीत से हल होना चाहिए। गेंग ने कहा, कश्मीर पर हमारा रुख साफ और संगत है। चीन का ये बयान कश्मीर पर झूठ फैलाने की कोशिशों में लगे पाकिस्तान और प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए बड़ा झटका है। हाल ही में इमरान खान भी चीन दौरे पर जाने वाले हैं।
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