महातिर ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक ऐसी दुनिया की तस्वीर पेश की जिसमें अमीर देश जो चाहते हैं वो करते हैं
संयुक्त राष्ट्र. मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने युद्धों को रोकने में संयुक्त राष्ट्र के विफल रहने का जिक्र करते हुए सुरक्षा परिषद में शामिल देशों की आलोचला करते हुए कहा कि उन्होंने एक तरह से खुद को दुनिया पर शासन का अधिकार दे दिया है। महातिर ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक ऐसी दुनिया की तस्वीर पेश की जिसमें अमीर देश जो चाहते हैं वो करते हैं - व्यापार कानून बनाते हैं, प्रतिबंध थोपते हैं, लोकतंत्र थोपते हैं- जबकि कम शक्तिशाली देश संघर्ष करते हैं।
महातिर ने खास तौर पर सुरक्षा परिषद में वीटो की ताकत रखने वाले पांच स्थायी सदस्यों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “उन्होंने सुनिश्चित किया कि सभी टकराव के समाधान को इनमें से किसी एक के द्वारा नकार दिया जाता है।”उन्होंने कहा कि यद्यपि संयुक्त राष्ट्र युद्धों को रोकने में विफल रहा, उसने गरीबी घटाने में मदद करने की दिशा में बेहतर काम किया।
(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)