पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारियां पता चली हैं। इमरान खान पर गुरुवार(3 नवंबर) को वजीराबाद में रैली के दौरान जानलेवा हमला हुआ था।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान(Former Prime Minister of Pakistan Imran Khan) पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारियां पता चली हैं। इमरान खान पर गुरुवार(3 नवंबर) को वजीराबाद में रैली के दौरान जानलेवा हमला हुआ था। रैली पर हुई फायरिंग में 9 लोगों घायल हुए थे। एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) के नेता इमरान इस्माइल के मुताबिक, इमरान के पैर में तीन से चार बार गोली मारी गई। हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि PTI सांसद फैसल जावेद समेत 13 लोग घायल हो गए। पढ़िए आरोपी के बारे में कुछ चौंकाने वाली बातें..
पीटीआई के लॉन्ग मार्च पर हुए हमले की पुलिस जांच से पता चला है कि संदिग्ध नवीद(suspect Naveed) नशे का आदी(drug addict) है। वो घुमा-फिराकर जवाब दे रहा है, जिससे संदेश और बढ़ता जा रहा है।पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पूछताछ के दौरान आरोपी ने पीटीआई प्रमुख इमरान खान के कंटेनर पर गोलियां चलाने की बात स्वीकार की है। नवीद ने बताया कि उसने वजीराबाद के वकास नाम के शख्स के जरिए पिस्तौल और 26 गोलियां खरीदीं थीं। पुलिस सूत्रों ने कहा कि अधिक जानकारी हासिल करने के लिए आरोपी का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि नवेद सहित अन्य संदिग्धों के परिवार के सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है। घटनास्थल से गोलियों के खोखे बरामद किए गए थे, जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
मस्जिद की छत से करना चाहता था पहले टार्गेट
काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (CTD) सहित प्रमुख जांच एजेंसियों से पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि पहले उसने मस्जिद की छत से पीटीआई प्रमुख पर हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन असर की नमाज के कारण उसे वहां जाने नहीं दिया गया। आरोपी बाईपास रोड के रास्ते क्राइम स्पॉट पर पहुंचा था। सूत्रों के अनुसार, वहां उसने मार्च में शामिल लोगों को लाउडस्पीकर पर बज रहे पार्टी गान( party anthem) को बंद करने के लिए कहा था।
पुलिस की जांच के मुताबिक, आरोपी ने कंटेनर से पंद्रह से बीस कदम की दूरी पर गोलियां चलाना शुरू कर दी थीं। बता दें कि पुलिस ने पीटीआई के लॉन्ग मार्च पर हुए हमले की जांच के सिलसिले में दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों की पहचान वकास और फैसल बट के रूप में हुई है। नवीद सबसे पहले अरेस्ट हुआ था। शुक्रवार को उसे आगे की जांच के लिए चुंग(पंजाब-पाकिस्तान) में काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट सेंटर ले जाया गया। जांचकर्ताओं ने यह पता लगाने के लिए आरोपी से भी पूछताछ की कि क्या हमले का कोई मास्टरमाइंड था?
ब्रेन वॉश जैसी भी आशंका
संदिग्ध ने शुरुआती जांच के दौरान किसी का जिक्र नहीं किया। वह इस बात पर अड़ा रहा कि उसने अकेले हमला किया। नवीद ने बताया कि इमरान खान के कुछ भाषणों से उसकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई थीं। पुलिस को उसके मोबाइल में कथित तौर पर वे क्लिप भी मिले। उसने जांचकर्ताओं को यह भी बताया कि वह कुछ धार्मिक विद्वानों के भाषण सुनता था।
उसके मोबाइल फोन से डॉ. इसरार अहमद, स्वर्गीय मौलाना खादिम रिजवी और उनके बेटे हाफिज साद रिजवी की क्लिप भी बरामद की गई। साद रिजवी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) का चीफ है। यह संगठन प्रतिबंधित है। साद अभी जेल में है। उसकी रिहाई के लिए पाकिस्तान में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। टीएलपी ने अप्रैल में पूरे पाकिस्तान को कई दिनों तक हिंसा की आग में जलाए रखा गया था।इसके बाद ही पाकिस्तान की सरकार ने उसे प्रतिबंधित कर दिया था।
ईशनिंदा और धर्म विरोधी बात भी सामन आई?
नवीद ने जांचकर्ताओं को बताया कि वह इमरान खान से नाखुश था, क्योंकि इमरान खान कथित तौर पर राष्ट्र को गुमराह कर रहे थे और उन्होंने 'ईशनिंदा और धर्म विरोधी शब्द' भी कहे थे। नवीद ने बताया कि जैसे ही उसने गोलियां चलाईं, कंटेनर में मौजूद गार्डों ने जवाब फायर किए। गार्ड की ओर से चलाई गई गोली पीटीआई समर्थक मोआज़म को जा लगी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। अब तक की जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो उन्हें पीटीआई नेतृत्व के दावों के विपरीत किसी अन्य शूटर की संलिप्तता की ओर ले जा सके।
सेना ने इमरान खान के आरोपों को बेबुनियाद बताया
प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ, आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह और पाकिस्तानी सेना के एक प्रमुख सहित तीन लोगों पर पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोपों को सेना ने एक बयान देकर निराधार बताकर खारिज कर दिया है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि, "पीटीआई के अध्यक्ष ने एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के खिलाफ निराधार और गैर-जिम्मेदाराना आरोप लगाया है, यह बिल्कुल अस्वीकार्य और अनुचित हैं।" बता दें कि इमरान खान के विशेष सलाहकार रऊफ हसन ने एक इंडियन न्यूज चैनल से बातचीत में दावा किया था कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल ने इमरान खान की हत्या की साजिश रची थी। हालांकि गिरफ्तार हमलावर का अलग तर्क है।
सेना के मीडिया विंग के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल इफ्तिखार बब्बर ने कहा कि पाकिस्तानी सेना एक बेहद पेशेवर और अच्छी तरह से अनुशासित संगठन होने पर गर्व करती है। इमरान खान द्वारा संस्था/ अधिकारियों पर लगाए गए निराधार आरोप बेहद खेदजनक और कड़ी निंदा के लायक हैं। किसी को भी संस्थान या उसके सैनिकों को बदनाम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बयान में कहा गया है, "इसे ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान सरकार से इस मामले की जांच करने और संस्था और उसके अधिकारियों के खिलाफ मानहानि और झूठे आरोपों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का अनुरोध किया गया है।"
इमरान खान ने कहा था
अस्पताल से एक टेलीविजन संबोधन में इमरान खान ने कहा था कि वह पहले से ही आने वाले खतरे के बारे में जान चुके थे। खान ने कहा कि जानकारी मिली थी कि वजीराबाद और गुजरात के बीच उन्हें कहीं मारने की योजना थी। खान ने जोर देकर कहा, "राणा सनाउल्लाह, शहबाज शरीफ और सेना में एक मेजर सहित तीन लोगों ने मेरी हत्या की योजना बनाई, जब उन्होंने देखा कि मेरे लंबे मार्च में लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।" इमरान खान ने अपने समर्थकों और पार्टी सदस्यों से इन सभी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रखने का भी आग्रह किया। खान ने कहा, "इन तीन व्यक्तियों के खिलाफ अपना विरोध तब तक जारी रखें जब तक कि वे अपने पद से नहीं हट जाते।"
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