कोरोना वायरस के कहर से चीन में मृतकों की संख्या 169 हो गई है। गुरुवार को चीनी सरकार ने कहा कि कोरोना वायरस से हुबेई प्रांत में 37 की मौतें सामने आई हैं। वहीं, भारत ने अपने लोगों को एयरलिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। जिसमें 2 उड़ानों से सभी भारतीयों को वापस लाया जाएगा।
बीजिंग. चीन में कोरोना वायरस का कहर इस कदर बढ़ता जा रहा है कि इससे मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। कोरोना वायरस के कहर से चीन में मृतकों की संख्या 169 हो गई है। गुरुवार को चीनी सरकार ने कहा कि कोरोना वायरस से हुबेई प्रांत में 37 की मौतें सामने आई हैं। कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले प्रांत हुबेई में 1032 नए मामले भी सामने आए हैं।
करीब 6,000 लोगों के इसकी चपेट में आने की भी पुष्टि की गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी।
कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं। इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है लेकिन 'सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (सार्स)' ऐसा कोरोना वायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी।
चीन ने उतारी सेना
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने की मुश्किल जिम्मेदारी सेना को उठाने का बुधवार को आदेश दिया। यह 17 देशों में फैल गया है। इस बीच, कई वैश्विक एयरलाइनों ने चीन के विभिन्न शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। चीन में इस वायरस से छह विदेशी भी संक्रमित हुए हैं। जर्मनी में चार मामलों की पुष्टि हुई है। इस तरह, फ्रांस के बाद यह दूसरा यूरोपीय देश हो गया है।
कई उड़ानें रद्द
एअर इंडिया, बिटिश एयरवेज, लुफ्थांसा, लॉयन एयर और इंडिगो एयरलाइन ने बुधवार को चीनी शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी। नयी दिल्ली में एअर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय एयरलाइन दिल्ली से शंघाई मार्ग पर अपनी उड़ानें 31 जनवरी से 14 फरवरी तक रद्द कर रही है। इंडिगो ने भी चीन के विभिन्न शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द करने की घोषणा की है।
भारतीयों को वापस लाने की तैयारी
भारत चीन के हुबेई प्रांत से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए दो उड़ानें संचालित करने की तैयार कर रहा है। कोरोना वायरस हुबेई प्रांत से ही फैला है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत ने चीन से अनुरोध किया है कि वह हुबेई प्रांत से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए ये दो उड़ानें संचालित करने की अनुमति दे। उन्होंने कहा कि बीजिंग में भारतीय दूतावास जरूरी प्रचालन तंत्र के लिए चीन के प्राधिकारियों के सम्पर्क में है।
दुनिया के इन देशों में इतने लोग चपेट में
यूनाइटेड स्टेट में- 5
थाईलैंड में- 14
ऑस्ट्रेलिया में- 5
सिंगापुर में- 7
साउथ कोरिया में- 4
जापान में- 6
मलेशिया में- 4,
फ्रांस, ताईवान में 3-3
वियतनाम कनाडा में 2-2,
जर्मनी, नेपाल, कमबोडिया, श्रीलंका और कनाडा में 1-1
क्या है कोरोना वायरस
एक वायरस का ऐसा समूह है जो पक्षियों, स्तनधारी पशुओं और इंसानों में कई तरह की बीमारियां पैदा कर सकता है। इसका नाम कोरोना वायरस इसलिए रखा गया, क्योंकि इसको इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप से देखने पर इसकी सतह कुछ ऐसी दिखाई देती है जैसा कि हमारे सूर्य के चारों तरफ का चमकदार कोरोना हो। ऐसा नहीं है कि इस वायरस के समूह को अभी खोजा गया है, बल्कि हमें इसके बारे में बहुत पहले से पता है। इस समूह के कुछ वायरस बहुत ज्यादा हानिकारक नहीं हैं। बहुत बार मौसम बदलते समय जो हमें जुखाम, नाक बहना, गला खराब होना या बुखार, इस तरह की छोटी-मोटी दिक्कतें आती हैं उनमें से बहुत-सी इसी वायरस की वजह से हो सकती हैं। लेकिन कुछ कोरोना वायरस बड़े घातक हैं और उनके संक्रमण से इंसान की मृत्यु तक हो सकती है।
कोरोना वायरस के लक्षण
बुखार, खांसी,
सांस की तकलीफ
सांस लेने में तकलीफ, दर्द
बचाव के लिए क्या करें
हाथ को पूरे समय साफ रखे
कोई खांस या छींक रहा हो तो उसके आस-पास जाने से बचे
खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें
अंडे और मांस के सेवन से बचें
जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।