इंडोनेशिया में आए भूकंप से एक नवजात सहित 23 लोगों की मौत, 60 हजार हुए बेघर

Published : Sep 27, 2019, 03:26 PM ISTUpdated : Sep 27, 2019, 03:36 PM IST
इंडोनेशिया में आए भूकंप से एक नवजात सहित 23 लोगों की मौत, 60 हजार हुए बेघर

सार

गुरूवार को आए भूकंप से कई मकान ध्वस्त हो गए और भूस्खलन की घटनाएं हुई, एक व्यक्ति की मलबे में दबने से मौत हो गई, मरनेवालों में एक नवजात बच्चा भी शामिल है।

जकार्ता (Jakarta, Indonesia). इंडोनेशिया के रिमोट मालुकु द्वीप में गुरूवार को आए 6.5 तीव्रता के भूकंप में एक नवजात सहित 23 लोगों की मौत हो गई। वहीं 15,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

आपदा में ढहे मकान, 15000 लोगों को सुरक्षित जगह भेजा गया


गुरूवार को आए भूकंप से कई मकान ध्वस्त हो गए और भूस्खलन की घटनाएं हुई। एक व्यक्ति की मलबे में दबने से मौत हो गई। मरनेवालों में एक नवजात बच्चा भी शामिल है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता एगस विबोवो ने एक बयान में बताया कि भूंकप से 23 लोगों की मौत हो गई है। विबोवो ने बताया कि करीब 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए और कम से कम 15,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया क्योंकि भूकंप की वजह से इन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए।

7.5 की तीव्रता का था भूकंप


अमेरिकन जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि भूकंप का केंद्र मालुकु प्रांत के एम्बोन से 37 किलोमीटर नार्थ ईस्ट में 29 किलोमीटर की गहराई में था। पिछले साल सुलावेसी द्वीप के पालू में 7.5 तीव्रता का भूकंप आने और फिर उठी सुनामी से 4,300 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी या वे लापता हो गए थे।

2004 के भूकंप ने लाखों लोगों की जान ली थी 
रेडक्रॉस ने बताया कि 60,000 लोग अब तक अस्थाई आवासों में रह रहे हैं। 2004 में सुमात्रा द्वीप के तटीय हिस्से में आए 9.1 तीव्रता के भूकंप और फिर उठी सुनामी की वजह से इस क्षेत्र में और आसपास करीब 220,000 लोग मारे गए थे। इनमें से 170,000 लोग इंडोनेशिया में मारे गए थे।

[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

जेल में बंद Imran Khan क्यों बने Pakistan की टेंशन का कारण?
न्यूयॉर्क फायर ट्रेजेडी: भारतीय छात्रा की नींद में मौत, पड़ोसी बिल्डिंग से कैसे कमरे तक पहुंची आग?