पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार कश्मीर का राग अलाप रहे हैं, लेकिन उन्हें खुद के देश की चिंता नहीं है। यही वजह है कि आज पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उसपर दूसरे देशों का उधार बढ़ता जा रहा है। विकास दर आधी हो गई है।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार कश्मीर का राग अलाप रहे हैं, लेकिन उन्हें खुद के देश की चिंता नहीं है। यही वजह है कि आज पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उसपर दूसरे देशों का उधार बढ़ता जा रहा है। विकास दर आधी हो गई है।
संकट में है पाकिस्तान : रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र के व्यापार और विकास रिपोर्ट 2019 ने कहा, "पाकिस्तान संकट में है, क्योंकि विकास दर आधी हो गई है, भुगतान व्यवस्था खराब स्थिति में है। रुपए में काफी गिरावट आई है। बाहरी ऋण बड़ा और बढ़ रहा है।
पाक में 30 साल से ऐसा नहीं हुआ
पाकिस्तान में पिछले 30 साल में पहली बार है जब इतनी खराब हालत हुई है। पाक का वार्षिक राजकोषीय घाटा पिछले तीन दशकों में 8.9 प्रतिशत के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नकदी संकटग्रस्त देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने की कसम खाई थी। लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला।
चीनी अर्थव्यवस्था के विकास दर में गिरावट
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2017 के बाद से चीनी अर्थव्यवस्था के विकास की दर में गिरावट देखी गई। व्यापार और प्रौद्योगिकी तनाव के कारण 2019 में तीव्र होने का अनुमान है। चीन की व्यापार वृद्धि की गति अन्य पूर्वी एशियाई और दक्षिण-पूर्व एशियाई अर्थव्यवस्थाओं पर एक बड़ा प्रभाव डालती है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि यदि 2030 तक पर्यावरण और आर्थिक परिदृश्य को बदलना है तो सार्वजनिक बैंकिंग को अपनी पारंपरिक बड़ी भूमिका वापस दे दी जानी चाहिए।