राजनीतिक बदले के लिए ED के इस्तेमाल के आरोप पर बोलीं वित्त मंत्री- पूरी तरह स्वतंत्र है जांच एजेंसी

Published : Oct 16, 2022, 07:39 AM ISTUpdated : Oct 16, 2022, 07:43 AM IST
राजनीतिक बदले के लिए ED के इस्तेमाल के आरोप पर बोलीं वित्त मंत्री- पूरी तरह स्वतंत्र है जांच एजेंसी

सार

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका में कहा है कि ईडी पूरी तरह स्वतंत्र जांच एजेंसी है। जांच एजेंसी द्वारा सबूत के आधार पर कार्रवाई की जाती है। अपनी यात्रा के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि 24 द्विपक्षीय बैठकें हुईं हैं।

वाशिंगटन। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका की यात्रा पर हैं। वाशिंगटन में उन्होंने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान विपक्ष की ओर से ईडी (Enforcement Directorate) को लेकर लगाए जाने वाले आरोप पर जवाब दिया। विपक्ष का आरोप है कि केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल राजनीतिक बदला लेने के लिए कर रही है। वित्त मंत्री कहा कि ईडी पूरी तरह स्वतंत्र जांच एजेंसी है। ईडी जो करता है, उसमें पूरी तरह से स्वतंत्र है। प्रथम दृष्टया सबूत के आधार पर ईडी द्वारा कार्रवाई की जाती है। 

G20 के सामने हैं बहुत सारी चुनौतियां 
अपनी यात्रा के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि 24 द्विपक्षीय बैठकें हुईं हैं। इसके अलावा सचिवों और मुख्य आर्थिक सलाहकार ने अपने समकक्षों के साथ 25 बैठकें कीं। हमने कई G20 सदस्यों के साथ द्विपक्षीय चर्चा की है। भारत को ऐसे समय G20 संगठन की अध्यक्षता मिल रही है जब बहुत सारी चुनौतियां हैं। हमें सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करना होगा। हम क्रिप्टो करेंसी से संबंधित मामलों को जी20 की मेज पर लाना चाहते हैं ताकि सदस्य इस पर चर्चा कर सकें और वैश्विक स्तर पर एक ढांचे या एसओपी पर पहुंच सकें।

कोयले की ओर लौटी दुनिया
ऊर्जा संकट के संबंध में निर्मला सीतारमण ने कहा कि पश्चिमी दुनिया ने देशों को कोयले की ओर बढ़ते देखा है। ऑस्ट्रिया पहले ही ऐसा कर चुका है। यूके में थर्मल पावर प्लांट फिर से काम करने लगे हैं। गैस उपलब्ध नहीं है। इसकी कीमत इतनी अधिक है कि खर्च वहन नहीं किया जा सकता। सिर्फ भारत नहीं, कई देशों को ऊर्जा उत्पादन के लिए कोयले की ओर वापस जाना पड़ा है।

वित्त मंत्री ने डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए के मूल्य में गिरावट पर कहा कि भू-राजनीतिक तनाव (geo-political tensions) बढ़ने के कारण रुपए की कीमत गिरी है। इसे रोकने के उपाए किए जा रहे हैं। व्यापार घाटा बढ़ रहा है। हम इस पर नजर रख रहे हैं कि क्या किसी एक देश के साथ अनुपातहीन वृद्धि अधिक हो रही है। भारत में मैक्रोइकॉनॉमिक्स के फंडामेंटल अच्छे हैं और विदेशी मुद्रा भंडार अच्छा है। हम एक आरामदायक स्थिति में हैं।

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सीतारमण ने कहा कि विश्व बैंक के अध्यक्ष के साथ मेरी मुलाकात हुई। उन्होंने कहा था कि हमें यह दिखाना चाहिए कि कैसे भारत के आम लोगों ने डिजिटल एप्लिकेशन को स्वीकार किया है। इसे दुनिया के अन्य हिस्सों में भी लागू करने में भारत के साथ मिलकर काम करने में उन्हें खुशी होगी। 

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