चीन से न्यूयॉर्क जा रही एक फ्लाइट में देखने को मिला, जहां यात्रा के दौरान एक बुजुर्ग व्यक्ति की जान बचाकर डॉक्टर ने उसे नई जिंदगी दे दी। जिसमें डॉक्टर ने मरीज की जान बचाने के लिए 37 मिनट तक उसका यूरिन चूसकर बाहर निकाला।
नई दिल्ली. डॉक्टर को भगवान का यूं ही दूसरा रूप नहीं माना जाता है क्योंकि हर मरीज को इस बात का विश्वास होता है कि वो मरीजों को मौत के मुंह से बाहर निकाल लाते हैं या फिर एक नई जिंदगी दे सकते है। ऐसा ही एक मामला चीन से न्यूयॉर्क जा रही एक फ्लाइट में देखने को मिला, जहां यात्रा के दौरान एक बुजुर्ग व्यक्ति की जान बचाकर डॉक्टर ने उसे नई जिंदगी दे दी। जिसमें डॉक्टर ने मरीज की जान बचाने के लिए 37 मिनट तक उसका यूरिन चूसकर बाहर निकाला। न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक बुजुर्ग व्यक्ति दक्षिणी चीन एयरवेज में यात्रा कर रहा था लेकिन उड़ान के बीच ही उसकी तबियत अचानक काफी बिगड़ गई और फ्लाइट लैंड होने में 6 घंटे का वक्त बाकी था। ऐसे में क्रू के सदस्यों को इसकी जानकारी दी गई और कहा गया कि बुजुर्ग यात्री को जल्द ही इलाज की जरूरत है। अन्य यात्रियों ने देखा कि बुजुर्ग व्यक्ति काफी दर्द महसूस कर रहा है और उसे काफी ज्यादा पसीना आ रहा है। इसके बाद क्रू ने फ्लाइट में घोषणा करते हुए पूछा कि क्या वहां पर कोई डॉक्टर है। तभी डॉक्टर हांग बुजुर्ग यात्री की मदद के लिए आगे आए।
प्रोस्टेट बढ़ने से हुई समस्या
डॉ. हांग को मरीज के परिजनों ने बताया कि उसे पहले भी प्रोस्टेट बढ़ने की समस्या हो चुकी है। इसके बाद डॉ. हांग को अंदेशा हुआ कि मरीज को पेशाब न आने के कारण यह दिक्कत और दर्द हो रहा है और उसके मूत्राशय में 1 लीटर मूत्र भर गई है। अगर जल्द से जल्द मूत्र को बाहर नहीं निकाला गया तो मरीज का मूत्राशय फट सकता है। जिनान विश्वविद्यालय के संवहनी सर्जरी के प्रमुख, डॉ. हांग ने जल्द ही मरीज की समस्या को पहचान लिया। उन्होंने साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट को बताया, ''जब मैंने देखा कि बुजुर्ग व्यक्ति अब शायद ही दर्द सहन कर सकता है, तो मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि उसके मूत्राशय से यूरिन कैसे निकालें, वह इस दर्द की वजह से सदमे में जा रहा था और अगर तुरंत कुछ नहीं किया जाता तो शायद उसकी जान को खतरा हो सकता था।
मुंह से चुंस कर निकाला मूत्र
डॉ. हांग के पास मेडिकल उपकण फ्लाइट में मौजूद नहीं थे इसलिए उन्होंने हवाई जहाज में मौजूद ऑक्सीजन मास्क, सिरिंज, टेप और दूध की बोतल का इस्तेमाल किया लेकिन इससे काम नहीं बना। कोई और तरीका न होने की स्थिति में डॉ. हांग ने अपने मुंह से मूत्र चूस कर बाहर निकालने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने एक कप और पाइप का इस्तेमाल किया। डॉ. हांग ने लगभग 37 मिनट तक मरीज के मूत्राशय से 700 से 800 मिलीलीटर मूत्र बाहर निकाली और मरीज की जान बचाई। डॉ. हांग के इस कारनामे ने उन्हें हीरो बना दिया।