अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी आगामी सरकार में एलन मस्क और भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी को महत्वपूर्ण पद सौंपे हैं। इसके जरिये सरकारी पैसों के दुरुपयोग और नौकरशाही पर लगाम लगाई जाएगी।
इंटरनेशनल डेस्क। हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सरकार में एलन मस्क और भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी को शामिल किया है। ट्रंप ने दोनों को ही बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। बता दें कि अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप अगले साल यानी 20 जनवरी, 2025 को शपथ लेंगे। हालांकि, इससे पहले ही उन्होंने अपनी सरकार के लिए कई बड़े पदों पर नियुक्तियां शुरू कर दी हैं।
टेस्ला और स्पेसX जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क और विवेक रामास्वामी को ट्रंप सरकार में डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियंसी (DoGE) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके जरिये फिजूलखर्ची और नौकरशाही पर लगाम लगाई जाएगी। ट्रंप ने खुद सोशल मीडिया पर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट के जरिये इस बात की जानकारी दी है। ट्रंप ने कहा- मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि ये दोनों अद्भुत शख्स सरकारी पैसे की बर्बादी करने वाले लोगों पर लगाम कसने के साथ ही नौकरशाही को खत्म करने, फिजूलखर्ची में कटौती और गैरजरूरी नियमों को खत्म करने के साथ ही संघीय एजेंसियों के पुनर्गठन का काम करेंगे। ये उनके ‘सेव अमेरिका’ एजेंडे के लिए जरूरी है। रिपब्लिकन पार्टी लंबे समय से DoGE के उद्देश्यों को पूरा करने का सपना देख रही है, जो अब पूरा होने जा रहा है।
बता दें कि डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियंसी (DoGE) नई सरकार में एक नया विभाग है, जिसका काम सरकार को बाहर से गाइड करने के साथ ही सलाह देना होगा। हालांकि, ट्रंप ने ये भी बताया कि इस नए विभाग की जिम्मेदारी 4 जुलाई 2026 को खत्म हो जाएगी। बता दें कि ट्रंप ने सितंबर, 2024 में ही इस विभाग को बनाने की बात कही थी। इतना ही नहीं, इससे पहले उन्होंने साफ कहा था कि अगर वो भविष्य में राष्ट्रपति बनते हैं तो एलन मस्क को अपने प्रशासन में अहम जिम्मेदारी सौंपेंगे।
ट्रंप सरकार में अहम जिम्मेदारी मिलने के बाद भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने कहा- एलन मस्क और मैं इसे बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेंगे। हम इसके लिए गंभीरता से काम करेंगे। बता दें कि इससे पहले ट्रंप ने फ्लोरिडा के सांसद माइक वॉल्ट्ज को अपना NSA यानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया है। वॉल्ट्ज को चीन-ईरान का विरोधी और भारत का समर्थक बताया जाता है।
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