एक बार फिर पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी अपने विवादित बयान से सुर्खियों में हैं। फवाद ने एक ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले हर छात्र आत्मघाती हमलावर नहीं होते। लेकिन, यह एक कड़वी सच्चाई है कि सभी आत्मघाती हमलावर मदरसों के
इस्लामाबाद. एक बार फिर पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी अपने विवादित बयान से सुर्खियों में हैं। फवाद ने एक ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले हर छात्र आत्मघाती हमलावर नहीं होते। लेकिन, यह एक कड़वी सच्चाई है कि सभी आत्मघाती हमलावर मदरसों के ही छात्र होते हैं।
चंद्रयान 2 पर भी कर चुके विवादित टिप्पणी
फवाद चौधरी ने इससे पहले भारत के चंद्रयान-2 मिशन का भी मजाक उड़ाया था। अपने ट्विटर पर उन्होंने लिखा था, "खिलौना मून की बजाय मुंबई में उतर गया होगा। डियर इंडिया! जो काम नहीं आता, उसमें पंगा नहीं लेते। उफ, मैं वाकई यह महान लम्हा देखने से चूक गया।' विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री के इस बयान की पाकिस्तान ने भी कड़े शब्दों में निंदा की थी। जिसमें सोशल मीडिया पर पाक यूजर्स ने लिखा था कि यह बचकाना बयान है। कुछ ने कहा था कि भारत की अंतरिक्ष क्षमता के आगे अगर हम खुद को आंकेंगे तो बौने साबित हो जाएंगे।
श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने भारत के दबाव में किया पाक दौरे से इनकार-फवाद
श्रीलंका के 10 खिलाड़ियों ने पाक में होने वाले टूर्नामेंट में खेलने से मना कर दिया था जिसके बाद फवाद ने दावा किया था कि श्रीलंकाई क्रिकेटरों ने पाक दौरे पर आने से इसलिए मना कर दिया, क्योंकि भारत ने उन्हें आईपीएल में न खिलाने की धमकी दी थी। इस बयान का खंडन करते हुए खुद श्रीलंका के खेल मंत्री हरिन फर्नांडो ने हुसैन का दावा झूठा बताया। उन्होंने कहा था कि 2009 में हमारे खिलाड़ियों पर पाकिस्तान में जो हमला हुआ था, उसकी वजह से कुछ कुछ प्लेयर्स ने दौरे पर न जाने का फैसला किया।