बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर हत्या के पांच और मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे उनके खिलाफ कुल मामलों की संख्या 49 हो गई है। अंतरिम सरकार ने उनका राजनयिक पासपोर्ट भी रद्द कर दिया है।
वर्ल्ड न्यूज। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। देश छोड़कर गई पूर्व पीएम पर जनता काफी आक्रोशित है और अब उन पर हत्या के पांच और मामले दर्ज कर लिए गए हैं। अभी तक उनके खिलाफ कुल 49 मुकदमे दायर किए जा चुके हैं। इनमें हत्या के 40, मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार के 7 केस, अपहरण का एक और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के जुलूस पर हमला कराने के आरोप में एक मुकदमा दर्ज किया गया है।
राजनयिक पासपोर्ट किया गया रद्द
मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का राजनयिक पासपोर्ट भी रद्द कर दिया। इस कार्रवाई के साथ ही शेख हसीना के सहयोगी नेताओं को भी संकट में डाल दिया है। यूनाइटेड नेशंस की टीम के ढाका पहुंचने के बाद ही यह निर्णय लिया गया है। टीम ये जांच करने पहुंची थी कि मानवाधिकार का उल्लंघन हुआ है या नहीं।
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पीएम पद से इस्तीफा देकर भारत भाग गई थीं शेख हसीना
शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश छोड़कर भारत भाग गई थीं। वह पांच अगस्त को रातोंरात बांग्लादेश से रवाना हो गई थीं। बांग्लादेश स्वतंत्रता की लड़ाई में पाकिस्तान परिवार के लोगों को नौकरियों में आरक्षण देने के फैसले के खिलाफ छात्रों ने आंदोलन छेड़ दिया था जो कुछ ही दिनों में उग्र हो गया था। प्रदर्शनकारियों ने पीएम हाउस तक पर धावा बोल दिया था और वहां जमकर लूटपाट की थी। इसके बाद नोबेल पुलस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस देश की बागडोर सौंपी गई थी। हांलाकि इसके बाद भी देश में हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं।
बांग्लादेश हिंसा में 450 से अधिक की मौत
बांग्लादेश में फैली हिंसा अभी शांत नहीं हुई है। आरक्षण के लेकर किया गया विरोध इस कदर उग्र और भयानक हो जाएगा शायद सरकार ने भी नहीं सोचा था। हिंसा में अभी तक करीब 450 से अधिक लोगों की जान चली गई है जबकि 600 से अधिक घायल भी हुए हैं। अंतरिम सरकार ने विरोध और बवाल रोकने के लिए फोर्स तैनात कर रखी है।