इजरायल में बेंजामिन नेतन्याहू के 12 साल पुराने शासन पर विराम हो गया। यहां 36वीं सरकार की बागडोर कट्टरपंथी नेता नेफ्ताली बेनेट संभालने जा रहे हैं। देश के नए प्रधानमंत्री बने बेनेट ने अरब नागरिकों के प्रति सहानुभूति के संकेत दिए हैं।
तेल अवीव. इजरायल में नेतन्याहू बेंजामिन के हाथों से सत्ता फिसल गई है। देश के नए प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट होंगे। 49 साल के बेनेट एक समय नेतन्याहू के करीब रहे हैं। इन्हें कट्टरपंथी नेताओं में शुमार किया जाता है। हालांकि बेनेट ने अरब नागरिकों के प्रति सहानुभूति जाहिर की है। नेफ्ताली ने कहा कि वे इजरायल में रहने वाले अरब नागरिकों की परेशानियों से वाकिफ हैं। इन्हें अरब इजरायल में बेहतर सुरक्षा, शिक्षा और घर मुहैया कराए जाएंगे। बेनेट ने नेतन्याहू की देश को दी गईं कुर्बानियों को सलाम किया। बता दें कि 1948 में इजरायल का गठन हुआ था। यह 36वीं सरकार होगी।
8 पार्टियों के गठबंधन से बनी है नई सरकार
बेनेट की सरकार 8 पार्टियों के गठबंधन से बनी है। नई सरकार के पक्ष में 60 सांसदों ने वोट दिए, जबकि विपक्ष को 59 वोट हासिल हुए। संसद में 120 सीटें हैं। गठबंधन सरकार में पहली बार अरब-मुस्लिम पार्टी(राम) भी शामिल हुई है। रविवार देर रात वोटिंग हुई। हालांकि वोटिंग के समय राम पार्टी के एमके साद अल हरूमी मौजूद नहीं रहे। लेबर पार्टी की सांसद एमिली मोएती रीढ़ स्ट्रेचर पर वोट डालने पहुंचीं। उन्हें रीढ़ की हड्डी में चोट है। इस समय उनका हास्पिटल में इलाज चल रहा है।
विपक्ष ने बेनेट को झूठा बताया
इजरायल मीडिया के अनुसार जब संसद में वोटिंग हो रही थी, तब विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। बेनेट के भाषण के देते समय विपक्ष ने नारेबाजी की और उन्हें झूठा और अपराधी तक बताया। चूंकि नई सरकार सिर्फ 1 वोट से जीती है, इसलिए बेनेट के लिए आगे बड़ी चुनौतियां हैं। क्योंकि जरा-सी खटपट से सरकार गिर सकती है।
नई सरकार में दो प्रधानमंत्री होंगे
नई सरकार में दो प्रधानमंत्री होंगे। पहला कार्यकाल बेनेट सितंबर 2023 तक संभालेंगे। इसके बाद येर लैपिड प्रधानमंत्री बनेंगे। नेतन्याहू ने इस गठबंधन पर कटाक्ष किए हैं। उन्होंने कहा कि यह सत्ता के लिए सौदेबाजी है। यह सरकार कुछ महीने ही चल पाएगी।
बेनेट के बारे में
बेनेटे 2006 से 08 तक चीफ ऑफ स्टॉफ रहे हैं। वे वेस्ट बैंक में यहूदियों की बस्तियां बनाने की वकालत करते रहे हैं। 2013 में कट्टरपंथी मानी जाने वाली होम पार्टी से पहली बार चुनाव जीते। 2019 तक गठबंधन सरकार में मंत्रीब रहे। बेनेट इजरायल को यहूदी राष्ट्र बनाने के पक्षधर रहे हैं। वे एक बड़े बिजनेसमैन है।
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