
मास्को: सीरियाई उथल-पुथल पर पहली बार सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद ने प्रतिक्रिया दी है। बशर अल-असद ने कहा कि सीरिया में जो हुआ वह एक आतंकवादी गतिविधि थी और उन्होंने सीरिया छोड़ने का पहले से फैसला नहीं किया था। असद द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने कभी भी रूस में शरण लेने के बारे में नहीं सोचा था और उनके सामने ऐसा कोई प्रस्ताव भी नहीं आया था। मास्को में शरण लेने के नौ दिन बाद पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। राष्ट्रपति बशर अल असद के नाम से बयान। 8 दिसंबर की रात को असद ने सीरिया छोड़ा था।
उनका लक्ष्य आतंकवादियों से लड़ना था। उन्होंने व्यक्तिगत लाभ के लिए कुछ नहीं किया। देश के आतंकवादियों के हाथ में पड़ जाने के बाद पद पर बने रहने का कोई मतलब नहीं है। लेकिन सीरियाई लोगों के साथ उनके संबंध अप्रभावित रहेंगे। असद कहते हैं कि उन्हें उम्मीद है कि देश फिर से आजाद होगा। 8 दिसंबर की सुबह तक वह दमिश्क में थे। जब रूसी हवाई अड्डे पर हमला हुआ तो उन्हें देश छोड़ना पड़ा। ड्रोन हमले के बाद रूस ने उन्हें तुरंत स्थानांतरित कर दिया।
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