
पेरिस। फ्रांसीसी शिक्षक संघों (France Teachers Union) ने सरकार के कोविड परीक्षण (Covid testing) और आईसोलेशन प्रोटोकॉल (Isolation Protocol) के विरोध में सोमवार को हड़ताल किया। हड़ताल (Strike) की वजह से क्लासेस पूरी तरह से बाधित रही। यह इस सप्ताह की दूसरी बड़ी हड़ताल थी।
यह निर्णय पिछले हफ्ते एक दिवसीय वाकआउट के बाद आया, जिसमें देश के आधे प्राथमिक स्कूलों को बंद कर दिया गया।
बढ़ रहा संक्रमण
शिक्षकों का कहना है कि अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन कोरोना वायरस संस्करण (Covid 19 new virus varriant Omicron) के प्रसार की वजह से कक्षाओं को मैनेज करना मुश्किल हो गया है। स्थितियां असहनीय है। कई माता-पिता अपने बच्चों के लिए वैक्सीन पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और फार्मेसियों के बाहर टेस्ट के लिए लंबी लाइनें लगा रहे हैं।
कोविड संक्रमित के संपर्क में आने पर सब्सटीट्यूट भी नहीं
दरअसल, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने स्कूल के कर्मचारियों के लिए पांच मिलियन उच्च-ग्रेड FFP2 फेसमास्क प्रदान करने और 3,000 से अधिक सब्सटीट्यूट शिक्षकों को नियुक्त करने का वादा किया था। ताकि कोविड संक्रमित होने या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद शिक्षक-कर्मचारियों को आईसोलेशन में रहना आसान हो।
27 जनवरी को नेशनल वाकआउट
शिक्षक यूनियन्स ने कहा कि गुरुवार 27 जनवरी को बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी वाकआउट की प्रस्तावना होगी। चार यूनियनों के एक समूह ने एक बयान में कहा कि इस स्वास्थ्य संकट से निपटने के परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री और शिक्षा मंत्री द्वारा के वादों के अलावा अन्य मजबूत उपायों को किए जाने की आवश्यकता है। वे चाहते हैं कि सरकार अनुपस्थित सभी शिक्षकों की जगह पर पर्याप्त विकल्प रखें ताकि संक्रमण को पूरी तरह से रोका जा सके।
कोविड पॉजिटिव बच्चों को दस दिनों तक आईसोलेशन
स्कूलों में कोविड पॉजिटिव टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद संक्रमित स्टूडेंट को दस दिनों तक घर पर आईसोलेशन में रहना पड़ता है। जबकि उसके संपर्क में आए साथी छात्रों को चार तीनों में तीन टेस्ट से गुजरना पड़ता है।
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