साल 2020 के नोबेल पुरस्कार ( Nobel Prize)घोषणाएं होना शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में बुधवार को इस साल के रसायन क्षेत्र(Chemistry) में दो महिला वैज्ञानिकों ईमैनुएल चार्पियर और जेनिफर डूडना को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है। दोनों वैज्ञानिकों ने जेनेटिक सीजर की अहम खोज की है। इसके जरिए जानवरों, पौधों, माइक्रोऑर्गेनिज्म के डीएनए में बदलाव कर गंभीर रोगों का इलाज संभव हो सकेगा। 5 अक्टूबर को चिकित्सा और 6 अक्टूबर भौतिकी के नोबेल पुरस्कारों का ऐलान हो चुका है।
एशियानेट डेस्क. साल 2020 के नोबेल पुरस्कार ( Nobel Prize)घोषणाएं होना शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में बुधवार को इस साल के रसायन क्षेत्र(Chemistry) में दो महिला वैज्ञानिकों ईमैनुएल चार्पियर और जेनिफर डूडना को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है। 52 वर्षीय ईमैनुएल चार्पियर फ्रांस की रहने वाली हैं और 54 वर्षीय जेनिफर डूडना अमेरिका की निवासी हैं। दोनों वैज्ञानिकों ने जेनेटिक सीजर की अहम खोज की है। इसके जरिए जानवरों, पौधों, माइक्रोऑर्गेनिज्म के डीएनए में बदलाव कर गंभीर रोगों का इलाज संभव हो सकेगा। 5 अक्टूबर को चिकित्सा और 6 अक्टूबर भौतिकी के नोबेल पुरस्कारों का ऐलान हो चुका है।
मंगलवार को भौतिकी क्षेत्र में दिया गया पुरस्कार
मंगलवार को भौतिकी क्षेत्र में तीन वैज्ञानिकों रोजर पेनरोज, रीनहार्ड गेंजेल और एंड्रिया गेज को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार देने का ऐलान किया गया। रोजर पेनरोज को अल्बर्ट आइंस्टीन के जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी के बारे में पता करने के लिए मैथेमेटिकल मेथड तैयार करने के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं, गेंजेल और गेज को संयुक्त रूप से ब्लैक होल और मिल्की वे के रहस्यों को समझाने के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा।
सोमवार को चिकित्सा क्षेत्र में दिया गया पुरस्कार
सोमवार को चिकित्सा के क्षेत्र में फिजियोलॉजी या मेडिसिन में खोज के लिए अमेरिका के हार्वे जे अल्टर, चार्ल्स एम राइस और ब्रिटिश वैज्ञानिक माइकल ह्यूटन को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार देने का ऐलान किया गया। चिकित्सा के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार इन वैज्ञानिकों को हैपेटाइटिस-सी (Hepatitis C) वायरस की खोज के लिए दिया गया है।
क्यों दिया जाता है नोबेल पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड बनार्ड नोबेल की याद में दिया जाता है। अल्फ्रेड ने अपनी मृत्यु से पहले अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा ट्रस्ट को दिया था, ताकि उस धनराशि से मानव जाति के हित में काम करने वाले लोगों को सम्मानित किया जा सके। पहला नोबेल शांति पुरस्कार 1901 में दिया गया था। इन वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार के रूप में एक मेडल और 8 करोड़ रुपये मिलेंगे।
मेडिकल क्षेत्र में इस पुरस्कार का महत्व इस वक्त और बढ़ जाता है क्योंकि पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है। नोबेल पुरस्कार अलग-अलग क्षेत्रों जैसे भौतिकी, रसायन, साहित्य, अर्थशास्त्र और शांति के लिए दिया जाता है।
तीन लोगों को दिया जा सकता है एक नोबेल पुरस्कार
एक नोबेल पुरस्कार ज्यादा से ज्यादा तीन विद्वानों को उनके दो अलग-अलग कामों के लिए दिया जा सकता है। पहले वर्ल्ड वार और दूसरे वर्ल्ड वार की वजह से 6 बार नोबेल पुरस्कार किसी को भी नहीं दिया गया।