ट्रंप के दबाव में नहीं झुका हार्वर्ड विश्वविद्यालय, अदालत में राष्ट्रपति के खिलाफ दायर किया मुकदमा

Published : Apr 22, 2025, 10:43 AM IST
Harvard University (Image Source: Reuters)

सार

Harvard University: हार्वर्ड ने ट्रंप प्रशासन पर फंडिंग रोकने के फैसले को चुनौती देते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। ट्रंप ने हार्वर्ड पर यहूदी-विरोधी होने का आरोप लगाया था और फेडरल फंडिंग रोकने की धमकी दी थी। 

Harvard University: अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। हार्वर्ड ने अब अदालत में राष्ट्रपति के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है। ट्रंप के दबाव के सामने झुकने के बजाए हार्वर्ड ने राष्ट्रपति से अब सीधी टक्कर ले ली है। सोमवार को हार्वर्ड ने मैसाचुसेट्स की एक संघीय अदालत में ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर किया।

राष्ट्रपति के खिलाफ दायर किया मुकदमा

अपनी याचिका में हार्वर्ड ने ट्रंप के यूनिवर्सिटी के लिए संघीय फंडिंग को रोकने के निर्णय को "मनमाना और तर्कहीन" करार दिया गया है। ट्रंप ने अमेरिका की इस शीर्ष यूनिवर्सिटी पर यहूदी विरोधी होने के आरोप लगाए थे। ट्रंप ने कहा था कि वो हार्वर्ड पर टैक्स लगाएंगे और इस यूनिवर्सिटी को मिलने वाली फेडरल फंडिंग (संघीय मदद) को रोक देंगे। ट्रंप ने यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के दाखिलों को नियंत्रित करने के लिए भी कहा था।

फंडिंग को लेकर सीधा टकराव

ट्रंप ने हाल ही में हार्वर्ड की $2.2 बिलियन की संघीय फंडिंग को रोकने का आदेश दिया था। ट्रंप का कहना है कि हार्वर्ड ने परिसर में यहूदी विरोधी प्रदर्शनों को अनदेखा किया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय की नीतियां "वामपंथी पूर्वाग्रह" से प्रेरित हैं।

हार्वर्ड ने अपने मुकदमे में क्या कहा?

ट्रंप ने ये भी कहा था कि वो यूनिवर्सिटी को मिलने वाली टैक्स छूट हटा देंगे और यूनिवर्सिटी पर टैक्स लगा देंगे। सोमवार को लिखे पत्र में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट एलन एम गार्बर ने कहा- सरकार जो कार्रवाई कर रही है उसके परिणाम दीर्घकालिक और गंभीर होंगे। हार्वर्ड ने अपने मुकदमे में कहा, “यह मामला उस प्रयास से जुड़ा है जिसमें सरकार अकादमिक निर्णयों पर नियंत्रण हासिल करने के लिए संघीय फंडिंग को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है।” विश्वविद्यालय ने कहा कि यह न सिर्फ अमेरिका के पहले संशोधन (First Amendment) का उल्लंघन है, बल्कि संघीय कानूनों और नियमों के भी खिलाफ है।

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विरोध के बीच कार्रवाई

हार्वर्ड समेत कई अमेरिकी विश्वविद्यालयों ने 2023 में गाज़ा युद्ध के खिलाफ प्रदर्शनों को लेकर छात्रों पर कार्रवाई की थी। हार्वर्ड ने कथित तौर पर 23 छात्रों को प्रोबेशन पर रखा और 12 छात्रों की डिग्री रोक दी। इसके बावजूद, ट्रंप और उनके सहयोगियों ने विश्वविद्यालयों पर यहूदी विरोधी भावना को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर हार्वर्ड को "मजाक" करार देते हुए कहा था, "हार्वर्ड नफरत और मूर्खता सिखाता है और इसे अब संघीय फंड नहीं मिलना चाहिए।"

अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर भी असर

डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी ने धमकी दी है कि अगर हार्वर्ड वीजा धारकों की "अवैध और हिंसक गतिविधियों" का ब्यौरा नहीं देता है तो वह अंतरराष्ट्रीय छात्रों के नामांकन की प्रक्रिया पर भी रोक लगा सकता है। हार्वर्ड में इस साल 27.2% छात्र अंतरराष्ट्रीय हैं।

 

 

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