वर्ल्ड डेस्क। हिज्बुल्लाह को निशाना बनाकर इजरायल लेबनान पर लगातार हमले कर रहा है। इसके चलते करीब 600 लोगों की मौत हुई है। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान के लोगों को “खतरे से दूर रहने” की चेतावनी दी है।
इजरायल ने मंगलवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हवाई हमला कर हिज्बुल्लाह के रॉकेट फोर्स के प्रमुख इब्राहिम कुबैसी को मार दिया। इजरायली की सेना (IDF) एक के बाद एक लगातार हिज्बुल्लाह के टॉप नेताओं को खत्म कर रही है। आइए जानते हैं कैसे इजरायल हिज्बुल्लाह के नेतृत्व को निशाना बना रहा है।
इब्राहिम कुबैसी
इजरायल ने 24 सितंबर को बेरूत के दहियाह जिले में छह मंजिला इमारत पर हमला कर हिज्बुल्लाह के कमांडर इब्राहिम कुबैसी को मार दिया। कुबैसी हिज्बुल्लाह के रॉकेट और मिसाइल डिवीजन का प्रमुख था।
कुबैसी 1980 के दशक में हिज्बुल्लाह में शामिल हुआ था। कुबैसी ने 2000 में माउंट डोव में अपहरण हमले की योजना बनाई थी। इस घटना में इजरायल के सैनिकों- स्टाफ सार्जेंट बेन्यामिन अवराम, स्टाफ सार्जेंट आदि अवितान और स्टाफ सार्जेंट उमर सवैद की जान गई थी। उनके शव 2004 में वापस किए गए थे।
अली कराकी
सोमवार को IDF ने लेबनान पर हवाई हमला कर हिजबुल्लाह के दक्षिणी मोर्चे के कमांडर अली कराकी को निशाना बनाया। वह जिहाद परिषद का सदस्य भी था। एक लेबनानी अधिकारी ने स्काई न्यूज अरेबिया को बताया कि हमले में कराकी की मौत हो गई। वहीं, हिज्बुल्लाह ने कहा कि हत्या का प्रयास फेल हो गया। उसे सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है।
इब्राहिम अकील
पिछले शुक्रवार को इजराइल ने बेरूत में एक घर पर हवाई हमला कर हिज्बुल्लाह के दो टॉप सैन्य कमांडरों और अन्य सीनियर अधिकारियों को मार दिया था। मारे गए लोगों में से एक इब्राहिम अकील था। वह हिज्बुल्लाह के एलीट राडवान फोर्स का प्रमुख था।
अकील 1980 के दशक में हिजबुल्लाह में शामिल हुआ था। वह 1983 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास पर हुए बम विस्फोटों में शामिल था। इन धमाकों में 63 लोग मारे गए थे। वह अमेरिकी मरीन कॉर्प्स बैरक पर हुए बम विस्फोटों में शामिल था। इसके चलते 241 अमेरिकी लोगों की जान गई थी। अकील 1980 के दशक में अमेरिकी और जर्मन लोगों को बंधक बनाने के लिए भी जिम्मेदार था। बेरूत में हमले में हिज्बुल्लाह की ट्रेनिंग इकाई के प्रमुख और राडवान फोर्स के पूर्व कमांडर अहमद वहबी की भी मौत हुई थी।
फुआद शुक्र
IDF ने जुलाई में बेरूत पर हवाई हमला कर हिज्बुल्लाह के सीनियर कमांडरों में से एक फुआद शुक्र को मार दिया था। उसे अल-हज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता था। शुक्र हिज्बुल्लाह के संस्थापक सदस्यों में से एक था। उसे हिजबुल्लाह प्रमुख सैयद हसन नसरल्लाह का दाहिना हाथ माना जाता था। शुक्र ने हिज्बुल्लाह के लिए गाइडेड मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें, एंटी-शिप मिसाइलें, लंबी दूरी के रॉकेट और यूएवी की व्यवस्था की थी।
इजरायली हमले में मारे गए अन्य हिज्बुल्लाह कमांडर
इजरायल ने दावा किया है कि उसने नस्र क्षेत्रीय डिवीजन के कमांडर तालेब अब्दुल्ला और अजीज क्षेत्रीय डिवीजन के कमांडर मोहम्मद नासिर जैसे अन्य सीनियर हिज्बुल्लाह कमांडरों को भी मार गिराया है। हिज्बुल्लाह के राडवान फोर्स के उप प्रमुख विसम अल-तवील की 8 जनवरी को दक्षिणी लेबनान में एक हमले में हत्या कर दी गई।
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