आईजीएफ यूके और भारत के बीच संबंधों को दोनों देशों में चुनावों के बीच सेतु के रूप में उजागर करने की योजना बना रहा है।
वर्ल्ड डेस्क। लंदन में वार्षिक इंडिया ग्लोबल फोरम (आईजीएफ) दोनों देशों में होने वाले आम चुनावों के बीच ब्रिटेन-भारत के रणनीतिक संबंधों पर को लेकर कुछ खास योजना तैयार कर रहा है। इसमें वरिष्ठ मंत्री, उद्यमी और विश्लेषक नए द्विपक्षीय संबंधों के भविष्य को लेकर विचार करेंगे।
24 से 28 जून के बीच आईजीएफ लंदन एफटीए
इस सप्ताह 24 से 28 जून के बीच आयोजित होने वाली आईजीएफ लंदन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) वार्ता के दौरान साझेदारी के पूरे स्पेक्ट्रम को कवर करेगी। भारत-यूके एफटीए की बीच बातचीत जनवरी 2022 में शुरू हुई थी।अब चौदहवें दौर में चुनावी समर के कारण वार्ता रुकी हुई है। ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों देशों ने इस साल अपने आम चुनाव चक्र में कदम रखा है।
यूके मुख्यालय रणनीतिक के संस्थापक और अध्यक्ष मनोज लाडवा ने इस संबंध में कहा है कि आईजीएफ लंदन 2024 डायरी में ये महत्वपूर्ण घटना होने जा रही है, जो एक प्रमुख आर्थिक और भू-राजनीतिक स्टॉकटेक के रूप में कार्य करेगा। इसके साथ ही किसी रणनीतिक दिशा में कार्य को लेकर सूचित करेगा। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार सत्ता में आती है तो सटीक अवसरों के साथ ही निश्चित रूप से चुनौतियों का भी इंतजार करती है।
भारत अमेरिका के रिश्तों को मजबूत करेगा आईजीएफ लंदन
दुनिया भर में आज भारत की छवि काफी बदल गई है। आज पूरी दुनिया की नजर भारत की ओर है। इसके विपरीत, आईजीएफ लंदन दोनों पक्षों के दृष्टिकोण और रणनीतियों को बेहतर स्वरूप देने में महत्वपूर्ण रोल प्ले करेगा। उन्होंने कहा कि यह न केवल वर्तमान भू-राजनीतिक माहौल का विश्लेषण करेगा बल्कि भविष्य में सहयोग और नवाचार के लिए आवश्यक रास्ते भी तैयार करेगा।